अवध शिल्प ग्राम में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आम महोत्सव 2025’ का उद्घाटन किया, तो यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक मिशन जैसा लगा. इस तीन दिवसीय मेले में 800 से ज्यादा आम की प्रजातियों ने आम प्रेमियों को लुभाया. कार्यक्रम की सबसे खास बात थी जब सीएम ने लंदन और दुबई के लिए आम से लदे कंटेनरों को हरी झंडी दिखाई. यह सिर्फ आम की एक खेप नहीं थी, बल्कि उत्तर प्रदेश के मेहनती किसानों की मेहनत, स्वाद और तकनीक का वह संदेश था जो अब सीमाओं से परे जाकर हिंदुस्तान की खुशबू को वैश्विक बाजार में फैला रहा है.
अब विदेशों में भी महकेगा यूपी का दशहरी
लंदन और दुबई के लिए रवाना हुए आमों में खासतौर पर लखनऊ का दशहरी, वाराणसी का लंगड़ा, मेरठ-बागपत का रटौल और गोरखपुर का गवर्जीत शामिल हैं. यह कंटेनर हवाई मार्ग से रवाना किए गए, और इनमें आधुनिक कोल्ड चेन तकनीक का इस्तेमाल किया गया, ताकि फलों की ताजगी और स्वाद ज्यों का त्यों रहे.
सीएम योगी ने कहा, “अब यूपी का आम विदेशों में भी भारत की पहचान बना रहा है. किसानों की मेहनत और सरकार की तकनीकी पहल ने आज यूपी को आम निर्यात में अग्रणी बना दिया है.”
चार आधुनिक पैक हाउस और निर्यात की तैयारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में लखनऊ, अमरोहा, सहारनपुर और वाराणसी में चार अत्याधुनिक पैक हाउस बनाए गए हैं. इन जगहों पर किसानों को पैकिंग, ग्रेडिंग, टेस्टिंग और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि उनका माल बिना किसी रुकावट के एक्सपोर्ट हो सके.
उद्घाटन के मौके पर ही एयर कार्गो से दो देशों के लिए आमों का पहला बड़ा लॉट रवाना हुआ, और इसे सीएम योगी ने खुद हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
‘डबल इंजन’ सरकार का असर, बढ़ा फल निर्यात
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को आम किसानों ने जमीन पर उतार दिया है. उन्होंने कहा, “बागवानी फसलें अब हमारी जीडीपी का बड़ा हिस्सा बन रही हैं. सरकार की योजनाओं ने किसान की आमदनी बढ़ाने और उसे वैश्विक बाजार से जोड़ने का काम किया है.”
ग्लोबल वार्मिंग के बीच किसान की जिद
मुख्यमंत्री ने बताया कि जलवायु संकट के बावजूद यूपी के किसान अब भी बेहतर फसलें उगा रहे हैं. “आज दो-दो, ढाई किलो के आम देखना आम बात हो गई है. ये न सिर्फ स्वाद में बेजोड़ हैं, बल्कि हमारे किसानों की मेहनत और तकनीकी समझ का भी सबूत हैं.” योगी जी ने यह भी बताया कि यह महोत्सव आत्मनिर्भर भारत की सोच का हिस्सा है जिसमें किसान को लाभ, सम्मान और वैश्विक पहचान मिले.
अब यूपी में हो रही तीन-तीन फसलें, बढ़ा मुनाफा
सीएम योगी ने यह भी बताया कि बुंदेलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में जल परियोजनाओं ने खेती का चेहरा बदल दिया है. अब एक सीजन में तीन फसलें ली जा रही हैं जैसे कि मक्का, आलू और आम. उन्होंने कहा कि “मक्का की खेती से अब प्रति एकड़ 1 लाख रुपये तक की आमदनी हो रही है.”
उद्यान मंत्री ने रखी भविष्य की रूपरेखा
प्रदेश के उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक 28 करोड़ आम के पौधे वितरित किए जा चुके हैं. राज्य में हर साल 61 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन हो रहा है. इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट के पास एक इंटीग्रेटेड टेस्टिंग एंड ट्रीटमेंट पार्क भी बन रहा है, जिससे आम सहित अन्य फसलों का निर्यात और आसान हो जाएगा.
बागवानों को मिला सम्मान, मिला नया जोश
कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों और बागवानों को सम्मानित भी किया गया. उन्हें प्रशस्ति पत्र और पौधा देकर प्रोत्साहित किया गया. मुख्यमंत्री ने सभी स्टॉलों का दौरा किया और आमों की विभिन्न किस्मों की जानकारी ली.