दुनिया का सबसे दुर्लभ और महंगा शहद, जिसे खरीदने से पहले 100 बार सोचेंगे

सेंचौरी हनी नामक इस शहद की वैरायटी को तुर्की के टॉरस पर्वतों की गहराई में स्थित गुफाओं से निकाला जाता है. ये गुफाएं 2,500 से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं, जहां जाना अपने आप में एक रोमांचक चुनौती है.

नई दिल्ली | Updated On: 24 Jul, 2025 | 02:26 PM

शहद का नाम सुनते ही जेहन में मिठास, सेहत और एक देसी घरेलू नुस्खा याद आता है. लेकिन क्या आपने कभी ऐसा शहद सुना है जिसकी कीमत सोने से भी ज्यादा हो? हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे महंगे शहद की-सेंचौरी हनी (सेंचौरी हनी), जिसे 16,500 (करीब 16 लाख रुपये) प्रति किलो की कीमत पर बेचा जाता है. जी हां, ये हकीकत है. यह शहद केवल स्वाद या ब्रांड की वजह से नहीं, बल्कि इसकी दुर्लभता, कठिन उत्पादन प्रक्रिया और अद्भुत पोषण तत्वों के कारण इतना महंगा है.

कहां और कैसे बनता है यह अनमोल शहद?

द टाइम्स की खबर के अनुसार, सेंचौरी हनी नामक इस शहद की वैरायटी को तुर्की के टॉरस पर्वतों की गहराई में स्थित गुफाओं से निकाला जाता है. ये गुफाएं 2,500 से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं, जहां जाना अपने आप में एक रोमांचक चुनौती है. शहद निकालने के लिए पेशेवर गुफा-विशेषज्ञ (Speleologists) को 10 से लेकर 500 मीटर गहरी गुफाओं में उतरना पड़ता है. ये काम बेहद जोखिम और मेहनत से भरा होता है, और यही इस शहद को बेहद खास बना देता है.

साल में सिर्फ एक बार होता है संग्रहण

सेंचौरी हनी का उत्पादन बेहद सीमित है. इसे साल में केवल एक बार और बहुत छोटी मात्रा में ही इकट्ठा किया जाता है. एक साल में इसकी कुल पैदावार कुछ ही किलो होती है, यानी ये शहद सिर्फ अमीरों के लिए नहीं, बल्कि बहुत ही विशेष और सीमित वर्ग के लिए ही उपलब्ध होता है. इसका एक-एक कतरा बहुमूल्य माना जाता है.

बेजोड़ पोषण से भरपूर

इस शहद की खासियत सिर्फ इसकी दुर्लभता नहीं, बल्कि इसके अंदर छुपे गजब के पोषक तत्व हैं. यह शहद रंग में गहरा होता है और स्वाद में थोड़ा कड़वा, लेकिन इसके अंदर मैग्नीशियम, पोटैशियम, फिनोल्स, फ्लावोनॉयड्स और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स की भरमार होती है. इन पोषक तत्वों की वजह से इसे एक तरह का प्राकृतिक औषधीय चमत्कार भी माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस शहद को खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कई तरह की पुरानी बीमारियों से राहत मिलती है.

क्यों है इतना महंगा? ग्राहक खुद आते हैं लेने

Luxury Lifestyle Magazine के मुताबिक, यह शहद न तो ऑनलाइन बिकता है और न ही किसी सुपरमार्केट की शेल्फ पर मिलता है. इसके ग्राहक अक्सर खुद इस्तांबुल पहुंचते हैं, जहां उन्हें शहद लेने के साथ-साथ इसके सेवन के तरीके की विस्तृत जानकारी भी दी जाती है. यह पूरी प्रक्रिया इसे और भी विशेष बना देती है.

कंपनी ने एक कस्टम वैरायटी “Centauri Cave Plus+” भी तैयार की है, जो विशेष ग्राहकों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाई जाती है. इसमें प्राकृतिक औषधीय गुणों को और बढ़ाया जाता है.

गुफाओं से आता है खनिजों का खजाना

साधारण शहद मधुमक्खियों के फूलों से बनता है, लेकिन सेंचौरी हनी की मधुमक्खियां खास होती हैं. ये ऊंचे इलाकों में उगने वाली औषधीय जड़ी-बूटियों से पराग इकट्ठा करती हैं और उनके छत्ते गुफाओं में बने होते हैं, जो चट्टानों से जरूरी खनिज सोख लेते हैं. इस तरह यह शहद अपने भीतर गुफाओं की मिट्टी, पत्थरों और जड़ी-बूटियों की ताकत को समेट लेता है.

आखिर कौन खरीदता है इतना महंगा शहद?

इस शहद के खरीदार वे लोग होते हैं जो न केवल धनवान हैं, बल्कि खास तरह की जीवनशैली जीते हैं और प्राकृतिक औषधियों में विश्वास रखते हैं. कई बार यह शहद गिफ्ट के रूप में भी दिया जाता है एक ऐसा तोहफा जो स्वास्थ्य, प्रतिष्ठा और दुर्लभता तीनों का प्रतीक बन गया है.

Published: 24 Jul, 2025 | 02:23 PM