पशुओं को सुबह खाली पेट दलिया, गुड़, मेथी और कच्चा नारियल का मिश्रण दें. यह मिश्रण न सिर्फ दूध की मात्रा बढ़ाता है बल्कि पशु को स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर रखता है.
इस मिश्रण में सरसों का तेल और गेहूं का आटा मिलाएं. यह नुस्खा दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है और पशु की पाचन शक्ति मजबूत बनाता है.
खाना देने के बाद पशु को कम से कम 2–3 घंटे तक पानी न दें. तुरंत पानी देने से पाचन में समस्या हो सकती है और दूध का उत्पादन प्रभावित हो सकता है.
रोजाना 50 ग्राम नमक पशुओं को खिलाने से उनके विकास में मदद मिलती है और दूध की गुणवत्ता व पोषण स्तर दोनों बेहतर होते हैं.
बरसीम, ज्वार, नेपियर और एजोला जैसी पौष्टिक घास उगाकर पशुओं को दें. इससे न सिर्फ दूध की मात्रा बढ़ती है बल्कि उसका स्वाद और पौष्टिकता भी बेहतरीन होती है.
हवादार और स्वच्छ जगह में रहने से पशु बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं. स्वस्थ वातावरण और पौष्टिक आहार मिलकर दूध उत्पादन को अधिकतम करते हैं.