Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश में इस साल धान खरीदी में बंपर बढ़ोतरी होगी. नागरिक आपूर्ति मंत्री एन मनोहर ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार ने 2025-26 की खरीफ सीजन में 51 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया है. उन्होंने कहा कि इससे धान किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का पूरा लाभ मिल सकेगा. खास बात यह है कि इस बार धान खरीदी के लिए क्रय केंद्रों पर पूरी तैयारी कर ली गई है. उपज बेचने आने वाले किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका पूरा खयाल रखा जाएगा. धान खरीदी के 48 घंटे के अंदर ही किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा. ऐसे राज्य में धान की खरीदी 27 अक्टूबर से शुरू हो रही है.
नागरिक आपूर्ति मंत्री एन मनोहर ने कहा है कि एनडीए सरकार ने पिछली वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा छोड़े गए करीब 1,500 करोड़ रुपये में से 763 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान को साफ किया है. पिछले साल राज्य ने 34 लाख टन धान की खरीद की थी. मनोहर ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस बार सरकार का लक्ष्य 51 लाख टन धान खरीदने का है.मंत्री एन. मनोहर ने कहा कि एनडीए सरकार वित्तीय चुनौतियों के बावजूद सभी के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य भर के राइस मिलर्स को समय पर भुगतान व सहयोग सुनिश्चित करेगी.
चावल की तस्करी पर लगेगा ब्रेक
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के चावल की तस्करी रोकने के लिए सभी से सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि राइस मिलर्स को सरकार के साथ मिलकर तस्करी रोकने में मदद करनी चाहिए. आइए हम सब किसान हित में मिलकर काम करें और सिस्टम को मजबूत बनाएं. उन्होंने बताया कि 35 बैंकों के जरिए 1:2 के अनुपात में बैंक गारंटी की सुविधा दी जाएगी और जिन जिलों में दिक्कतें हैं वहां रीयल-टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी.
10,000 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे
खरीद प्रक्रिया में सुधार के तहत अब किसान व्हाट्सऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे, भुगतान 48 घंटे के भीतर उनके खाते में आएगा और पूरी प्रक्रिया लगभग पेपरलेस होगी. मंत्रालय ने राइस मिलर्स से कहा है कि वे पहले से ही नमी मापने वाली मशीनें, ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था और अच्छी क्वालिटी की बोरी तैयार रखें. राज्य में धान की खरीद 27 अक्टूबर से शुरू होगी. इसके लिए 3,000 से ज्यादा रैतु सेवा केंद्र, करीब 2,000 प्राइमरी प्रोक्योरमेंट सेंटर्स और लगभग 10,000 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे. वहीं, किसानों का कहना है कि सरकार ने इस साल धान खरीद का टारगेट बढ़ा दिया है. ऐसे में उन्हें इस साल अच्छी कमाई होगी.