हल्दी, नींबू के छिलके और शहद जैसे तत्वों से बना च्यवनप्राश शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. मानसून में वायरल और फ्लू से बचाने में मददगार है.
हल्दी और अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले की सूजन और खांसी से राहत देते हैं. यह मिश्रण नाक बंद, खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं को जल्दी ठीक करता है.
काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन बलगम को पतला करता है और गले की खराश में आराम देता है. साथ ही ये गले को साफ रखता है और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह देसी च्यवनप्राश शरीर को अंदर से गर्म रखता है. बारिश के मौसम में जो सर्दी-बुखार बार-बार होता है, उसे यह रोकने में मदद करता है.
नींबू या संतरे का छिलका इस नुस्खे में जरूरी है, क्योंकि यह विटामिन-C का बेहतरीन स्रोत है, जो कोशिकाओं को मजबूती देता है और इम्यून सिस्टम को एक्टिव बनाए रखता है.
इस च्यवनप्राश को बनाना बेहद आसान है. हल्दी, अदरक, काली मिर्च, शहद, नींबू छिलका और बादाम बटर को मिक्स करें और रोजाना 1 चम्मच सेवन करें स्वादिष्ट और असरदार दोनों. (इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामन्य ज्ञान पर आधारित है.)