महंगाई पर लगेगा ब्रेक! सितंबर से सरकार मार्केट में जारी करेगी 3 लाख टन प्याज

जुलाई 2025 में घर की बनी थाली की लागत में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सरकार का कहना है कि यह गिरावट खाद्य महंगाई में लगातार कमी को दर्शाती है.

Kisan India
नोएडा | Published: 9 Aug, 2025 | 02:58 PM

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि इस साल बफर स्टॉक के लिए खरीदे गए 3 लाख टन प्याज (बफर स्टॉक) को सितंबर से चरणबद्ध और जरूरत के हिसाब से बाजार में उतारा जाएगा. सरकार का कहना है कि वह प्याज जैसी जरूरी चीजों की मांग और सप्लाई पर नजर रखती है और जरूरत पड़ने पर दखल देती है, ताकि कीमतें नियंत्रण में रहें. सरकार लगातार प्याज, टमाटर और आलू जैसी रोजमर्रा की जरूरी सब्जियों की कीमत और उपलब्धता पर नजर रख रही है.

उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के मुताबिक, इस साल प्याज और आलू की अच्छी पैदावार और सरकारी भंडारण की वजह से इनकी कीमतें नियंत्रण में हैं. वहीं, टमाटर की कीमतों में दिल्ली में कुछ समय के लिए बढ़ोतरी जरूर हुई, लेकिन पूरे देश में औसतन इसकी कीमतें कम बनी हुई हैं. यह स्थिति ऐसे समय में सामने आई है जब साल 2025 में अब तक देश में खाद्य वस्तुओं की कीमतें काफी हद तक स्थिर और नियंत्रित रही हैं.

लागत में 14 फीसदी की गिरावट

जुलाई 2025 में घर की बनी थाली (जिसमें रोजमर्रा के खाने की चीजें शामिल होती हैं) की लागत में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सरकार का कहना है कि यह गिरावट खाद्य महंगाई में लगातार कमी को दर्शाती है. उपभोक्ता मामलों के विभाग के अनुसार, शुक्रवार तक ज्यादातर जरूरी चीजों की कीमतें या तो स्थिर हैं या पिछले साल की तुलना में कम हुई हैं. विभाग ने कहा कि टमाटर की खुदरा कीमतों में जो बढ़त कुछ जगहों पर दिख रही है, वह सिर्फ अस्थाई और स्थानीय कारणों से है, न कि किसी बड़ी मांग-आपूर्ति गड़बड़ी या उत्पादन में कमी के चलते.

सस्ते दर पर टमाटर की बिक्री

वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) 4 अगस्त से आजादपुर मंडी से थोक में टमाटर खरीदकर बहुत कम मुनाफे पर उपभोक्ताओं को बेच रहा है, जिससे कीमतें नियंत्रण में बनी हुई हैं. अब तक NCCF ने 27,307 किलो टमाटर बेचे हैं, जिनकी खुदरा कीमत 47 से 60 रुपये प्रति किलो रही है.  NCCF दिल्ली में अपने स्थाई स्टॉल्स जैसे नेहरू प्लेस, उद्योग भवन, पटेल चौक और राजीव चौक पर टमाटर बेच रहा है. इसके अलावा, राजधानी के अलग-अलग इलाकों में 6 से 7 मोबाइल वैन के जरिए भी बिक्री की जा रही है.

85 रुपये किलो हुआ टमाटर

इस पहल से दिल्ली में टमाटर की औसत कीमत को काबू में रखने में मदद मिली है. जुलाई के आखिर में जहां टमाटर 85 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया था, वहीं अब यह घटकर 73 रुपये प्रति किलो हो गया है. यह राहत भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने के बाद मिली है. पिछले एक हफ्ते में आजादपुर मंडी में टमाटर की आवक सामान्य हुई है, जिससे थोक और खुदरा कीमतों में गिरावट आई है और बाजार में स्थिरता लौट रही है.

 

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