प्रदूषण का दुश्मन है ये पौधा, खराब हवा को साफ करने की ताकत ने बनाया मशहूर 

बदलते मौसम और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पेड़-पौधों का महत्व और भी बढ़ गया है. पेड़ सिर्फ हरियाली ही नहीं बढ़ाते बल्कि हमारे पर्यावरण को भी स्वस्थ रखते हैं. इस दिशा में जम्मू-कश्मीर सरकार ने शहरी पार्कों में बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान शुरू कर 15,000 बारहमासी पौधे (perennials) लगाए जा रहे हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 28 Apr, 2025 | 07:38 PM
1 / 6बारहमासी पौधे (perennials) ऐसे पौधे होते हैं जो एक बार लगाने पर सालों तक हरियाली और फूल देते रहते हैं. इन पौधों से न सिर्फ शहर सुंदर बनेगा बल्कि वायु प्रदूषण भी कम होगा.

बारहमासी पौधे (perennials) ऐसे पौधे होते हैं जो एक बार लगाने पर सालों तक हरियाली और फूल देते रहते हैं. इन पौधों से न सिर्फ शहर सुंदर बनेगा बल्कि वायु प्रदूषण भी कम होगा.

2 / 6इस पौधे को अपने गार्डन में लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत या फिर पतझड़ होता है. इस पौधे के लिए हल्का, भुरभुरा और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की जरूरत होती है.

इस पौधे को अपने गार्डन में लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत या फिर पतझड़ होता है. इस पौधे के लिए हल्का, भुरभुरा और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की जरूरत होती है.

3 / 6अगर मिट्टी बहुत चिकनी हो तो उसमें थोड़ी रेत और कम्पोस्ट मिला दें. वहीं अगर मिट्टी बहुत रेतीली है तो इसमें गोबर खाद या जैविक खाद मिलाकर पौष्टिक बनाएं.

अगर मिट्टी बहुत चिकनी हो तो उसमें थोड़ी रेत और कम्पोस्ट मिला दें. वहीं अगर मिट्टी बहुत रेतीली है तो इसमें गोबर खाद या जैविक खाद मिलाकर पौष्टिक बनाएं.

4 / 6ज्यादातर बारहमासी पौधों को दिन में कम से कम 4-6 घंटे धूप की जरूरत होती हैं. इसलिए ऐसी जगह चुनें जहां सूरज की रोशनी ठीक से आती हो.

ज्यादातर बारहमासी पौधों को दिन में कम से कम 4-6 घंटे धूप की जरूरत होती हैं. इसलिए ऐसी जगह चुनें जहां सूरज की रोशनी ठीक से आती हो.

5 / 6पौधा लगाने के बाद उसे अच्छे से पानी दें. शुरुआती दिनों में नियमित पानी देना बेहद जरूरी होता है. लेकिन ध्यान रखें कि पानी अधिक न हो, वरना जड़ें सड़ सकती हैं.

पौधा लगाने के बाद उसे अच्छे से पानी दें. शुरुआती दिनों में नियमित पानी देना बेहद जरूरी होता है. लेकिन ध्यान रखें कि पानी अधिक न हो, वरना जड़ें सड़ सकती हैं.

6 / 6 पौधों के चारों ओर जैविक मुलच (जैसे सूखे पत्ते या भूसी) बिछाएं. इससे मिट्टी में नमी बनी रहती है और खरपतवार भी कम होते हैं.

पौधों के चारों ओर जैविक मुलच (जैसे सूखे पत्ते या भूसी) बिछाएं. इससे मिट्टी में नमी बनी रहती है और खरपतवार भी कम होते हैं.

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Published: 28 Apr, 2025 | 07:38 PM

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