Sawan 2025: कब से शुरू हो रहा शिव भक्तों का प्रिय महीना सावन, जानें इस बार कितने होंगे सोमवार

Sawan Somvar 2025: हर साल जब आसमान में बादल उमड़ते हैं और धरती हरियाली से ढक जाती है, तो समझ लीजिए कि भगवान शिव का प्रिय महीना यानी की सावन का महीना आ गया है. 2025 में सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है. इस बार सावन में कई खास संयोग बन रहे हैं, जो भक्तों के लिए बेहद शुभ माने जा रहे हैं. माना जाता है कि जो श्रद्धा और नियम के साछ सावन सोमवार के व्रत करता है, उसकी हर मनोकामना भोलेनाथ जरूर पूरी करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस बार कब-कब पड़ेंगे सावन सोमवार, क्या बन रहे हैं शुभ योग और कैसे करें पूजा-व्रत.

Isha Gupta
नोएडा | Updated On: 9 Jul, 2025 | 05:26 PM
1 / 6सनातन धर्म में (सावन) श्रावण मास को भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र महीनों में से एक माना गया है. साल 2025 में सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है. यह माह पूरी तरह भक्ति और शिव साधना से भरपूर होता है, जिसमें व्रत, जप और शिवलिंग पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है.

सनातन धर्म में (सावन) श्रावण मास को भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र महीनों में से एक माना गया है. साल 2025 में सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है. यह माह पूरी तरह भक्ति और शिव साधना से भरपूर होता है, जिसमें व्रत, जप और शिवलिंग पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है.

2 / 6सावन 2025 में कुल चार सोमवार आएंगे. पहला सोमवार 14 जुलाई, दूसरा सोमवार 21 जुलाई, तीसरा सोमवार 28 जुलाई, चौथा सोमवार 4 अगस्त और 9 अगस्त को सावन पूर्णिमा के साथ श्रावण मास का समापन होगा.

सावन 2025 में कुल चार सोमवार आएंगे. पहला सोमवार 14 जुलाई, दूसरा सोमवार 21 जुलाई, तीसरा सोमवार 28 जुलाई, चौथा सोमवार 4 अगस्त और 9 अगस्त को सावन पूर्णिमा के साथ श्रावण मास का समापन होगा.

3 / 614 जुलाई को पहले सोमवार के दिन छह शुभ योग बन रहे हैं, ‘प्रीति, आयुष्मान, सुकर्मा, शोभन, सर्वार्थसिद्धि और शिव योग’. इनमें से शिव योग शाम 5:19 बजे से 7:11 बजे तक रहेगा, जो कि शिव आराधना के लिए विशेष फलदायी माना गया है.

14 जुलाई को पहले सोमवार के दिन छह शुभ योग बन रहे हैं, ‘प्रीति, आयुष्मान, सुकर्मा, शोभन, सर्वार्थसिद्धि और शिव योग’. इनमें से शिव योग शाम 5:19 बजे से 7:11 बजे तक रहेगा, जो कि शिव आराधना के लिए विशेष फलदायी माना गया है.

4 / 6शिव भक्त इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर उपवास की शुरुआत करते हैं. पूजा में गंगाजल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र से शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. इसके बाद चंदन, फूल, धूप-दीप और भोग अर्पित करते हैं. अंत में शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं.

शिव भक्त इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर उपवास की शुरुआत करते हैं. पूजा में गंगाजल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र से शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. इसके बाद चंदन, फूल, धूप-दीप और भोग अर्पित करते हैं. अंत में शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं.

5 / 6ऐसी मान्यता है कि सावन सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव जल्दा ही प्रसन्न होते हैं. यह व्रत न केवल जीवन की बाधाएं दूर करता है, बल्कि विवाह, संतान सुख और समृद्धि की प्राप्ति भी होती है. विशेषकर कुंवारी कन्याएं इस व्रत को अच्छे वर की प्राप्ति के लिए करती हैं.

ऐसी मान्यता है कि सावन सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव जल्दा ही प्रसन्न होते हैं. यह व्रत न केवल जीवन की बाधाएं दूर करता है, बल्कि विवाह, संतान सुख और समृद्धि की प्राप्ति भी होती है. विशेषकर कुंवारी कन्याएं इस व्रत को अच्छे वर की प्राप्ति के लिए करती हैं.

6 / 6ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सावन सोमवार पर बन रहे शुभ योग ग्रह दोषों को भी शांत करने में सहायक होतहैं. यदि व्यक्ति पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक व्रत करे तो जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. (इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामन्य ज्ञान पर आधारित है.)

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सावन सोमवार पर बन रहे शुभ योग ग्रह दोषों को भी शांत करने में सहायक होतहैं. यदि व्यक्ति पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक व्रत करे तो जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. (इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामन्य ज्ञान पर आधारित है.)

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Published: 9 Jul, 2025 | 05:26 PM

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