रुक गई है मोगरे के पौधे की ग्रोथ, कुछ आसान से टिप्स…और फूल से लद जाएगा पौधा

पौधे की ग्रोथ इस बात पर भी निर्भर करती है कि समय पर उसकी कटाई-छंटाई की जा रही है या नहीं. अगर मोगरे के पौधे की पत्तियां पीली पड़ गई हैं तो पुरानी सूखी और पीली हो चुकी पत्तियों को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 6 Aug, 2025 | 08:40 AM

आज के समय में किसान पारंपरिक फसलों की खेती के साथ-साथ बागवानी फसलों की भी खेती कर रहे हैं. खासकर फूलों की खेती. भारतीय संस्कृति में फूलों का बहुत महत्व है, कोई भी धार्मिक अनुष्ठान या आयोजन फूलों की सजावट के बिना अधूरा सा लगता है. बाजार में सालभर फूलों की मांग बनी रहती है जिसके कारण इनकी खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा होती हैं. इन्हीं फूलों में से एक है मोगरा फूल. किसानों के अलावा जिन लोगों को बागवानी का शौक होता है वे भी अपने घर में मोगरा का पौधा लगाते हैं लेकिन कई बार सही देखभाल के बाद भी पौधों पर फूल नहीं आते हैं, ऐसे में किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. लेकिन कुछ ऐसी आसान सी टिप्स हैं जिन्हें अपनाकर आपका पौधा मोगरा के फूलों से लद जाएगा.

पौधे को दें पर्याप्त धूप

मोगरा फूल आपके घर की खूबसूरती को चार-चांद लगा सकते हैं. इसकी मनमोहक और भीनी-भीनी खुशबू के कारण ये लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है. घर के लुक को और अच्छा बनाने के लिए लोग इसे घर की बालकनी या बगीचों में लगाते हैं. लेकिन कई बार सही देखभाल न होने के कारण इसके पौधों में फूल नहीं आते हैं, ऐसे में निराश होने की जरूरत नहीं है. अगर आप खेत में या बगीचे में मोगरा का पौधा लगा रहे हैं तो आपको ध्यान रखना होगा कि पौधे को ऐसी जगह रखें जहां धुप पर्याप्त मात्रा में हो. सही मात्रा में धूप मिलने से पौधे में फूल अच्छी मात्रा में आते हैं और पौधा बहुत जल्दी ग्रो करता है.

सही खाद का इस्तेमाल है जरूरी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोगरा के पौधे की ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी है कि पौधे को खाद दी जाए. अगर खेत में पौधे लगाए गए हैं तो किसानों के लिए जरूरी है कि खेत की तैयारी करते समय गोबर खाद का इस्तेमाल जरूर करें. अगर आपने गमले में मोगरा का पौधा लगया है तो गमले में नीम, खली, रेत और वर्मी कम्पोस्ट खाद मिला दें. इस खाद के इस्तेमाल से पौधे का विकास तेजी से होगा और पौधा फूलों से लद जाएगा. ध्यान रहे कि , हर महीने में एक बार गुड़ाई करने के बाद खाद डालने से पौधे का विकास तेजी से होता है.

समय-समय पर करते रहें सफाई

पौधे की ग्रोथ इस बात पर भी निर्भर करती है कि समय पर उसकी कटाई-छंटाई की जा रही है या नहीं. अगर मोगरे के पौधे की पत्तियां पीली पड़ गई हैं तो पुरानी सूखी और पीली हो चुकी पत्तियों को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए. इसके अलावा, फूलों के सूखने के बाद उनकी डंडी को भी काट देना चाहिए. इससे नई टहनियां निकलती है और ज्यादा से ज्यादा फूल खिलते हैं.अगर मौसम ठंडा हो तो मोगरा के पौधे की 5 से 7 दिनों पर सिंचाई करनी चाहिए. कीटों से पौधे की सुरक्षा के लिए कीटनाशक दवाइयां का छिड़काव समय-समय पर जरूर करें.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 6 Aug, 2025 | 06:00 AM

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.

Side Banner

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.