व्रत का सबसे पवित्र भोजन साबूदाना असल में कहां से आता है? प्रॉसेस जानकर आप भी कहेंगे WOW!

Sabudana Kaise Banta Hai: क्या आप जानते हैं कि व्रत में खाया जाने वाला साबूदाना आखिर बनता कैसे है? छोटे-छोटे सफेद मोतियों जैसा दिखने वाला यह भोजन दरअसल एक लंबी और मेहनत भरी प्रक्रिया से तैयार होता है. कसावा नामक पौधे की जड़ों से निकलकर, धोने-पीसने और स्टार्च को मोती का रूप देने तक, साबूदाना बनाने का प्रोसेस बेहद रोचक है. आइए जानें, कैसे बनता है यह व्रत का पवित्र और पसंदीदा भोजन.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 28 Sep, 2025 | 01:40 PM
1 / 6Sabudana: साबूदाना टैपिओका यानी कसावा पौधे की जड़ों से तैयार होता है, जो उष्णकटिबंधीय इलाकों में पाई जाती हैं. इन जड़ों में स्टार्च की मात्रा काफी अधिक होती है, जो साबूदाना बनाने के लिए सबसे ज़रूरी है.

Sabudana: साबूदाना टैपिओका यानी कसावा पौधे की जड़ों से तैयार होता है, जो उष्णकटिबंधीय इलाकों में पाई जाती हैं. इन जड़ों में स्टार्च की मात्रा काफी अधिक होती है, जो साबूदाना बनाने के लिए सबसे ज़रूरी है.

2 / 6How Is Sabudana Made: कसावा पौधे की जड़ें 8 से 24 महीनों में पूरी तरह तैयार हो जाती हैं. इन्हें काटकर सबसे पहले अच्छी तरह साफ किया जाता है ताकि मिट्टी, धूल और अशुद्धियां पूरी तरह निकल जाएं.

How Is Sabudana Made: कसावा पौधे की जड़ें 8 से 24 महीनों में पूरी तरह तैयार हो जाती हैं. इन्हें काटकर सबसे पहले अच्छी तरह साफ किया जाता है ताकि मिट्टी, धूल और अशुद्धियां पूरी तरह निकल जाएं.

3 / 6Sabudana Making Process: साफ की गई जड़ों को मशीनों से पीसकर गूदा बनाया जाता है. इस गूदे में स्टार्च और पानी का मिश्रण होता है, जो साबूदाने के निर्माण की मुख्य सामग्री है.

Sabudana Making Process: साफ की गई जड़ों को मशीनों से पीसकर गूदा बनाया जाता है. इस गूदे में स्टार्च और पानी का मिश्रण होता है, जो साबूदाने के निर्माण की मुख्य सामग्री है.

4 / 6Sabudana Kaise Taiyyar Hota Hai: बने हुए गूदे को छाना जाता है और उसमें से स्टार्च को पानी से अलग किया जाता है. यह शुद्ध स्टार्च ही आगे चलकर साबूदाना बनने की नींव बनता है.

Sabudana Kaise Taiyyar Hota Hai: बने हुए गूदे को छाना जाता है और उसमें से स्टार्च को पानी से अलग किया जाता है. यह शुद्ध स्टार्च ही आगे चलकर साबूदाना बनने की नींव बनता है.

5 / 6Sabudana For Fasting: शुद्ध किए गए स्टार्च को छोटे-छोटे गोल मोतियों का रूप दिया जाता है. इन्हें सुखाया और पॉलिश किया जाता है ताकि वे चमकदार और खाने लायक दिखाई दें.

Sabudana For Fasting: शुद्ध किए गए स्टार्च को छोटे-छोटे गोल मोतियों का रूप दिया जाता है. इन्हें सुखाया और पॉलिश किया जाता है ताकि वे चमकदार और खाने लायक दिखाई दें.

6 / 6Sabudana Production: सारी प्रक्रिया के बाद तैयार हुआ साबूदाना व्रत में खाया जाने वाला खास और पवित्र भोजन बन जाता है. इसे हल्का, पचने में आसान और ऊर्जा देने वाला माना जाता है.

Sabudana Production: सारी प्रक्रिया के बाद तैयार हुआ साबूदाना व्रत में खाया जाने वाला खास और पवित्र भोजन बन जाता है. इसे हल्का, पचने में आसान और ऊर्जा देने वाला माना जाता है.

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Published: 28 Sep, 2025 | 01:40 PM

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