बिहार सरकार बना रही कृषि यंत्र बैंक, किसानों को खेती की मशीनों तक पहुंच आसान होगी
Farm Machinery Bank: कृषि मंत्री ने कहा कि फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना के लिए 10 लाख रुपये के खर्च पर 8 लाख रुपये सरकार देगी. स्थानीय फसल चक्र को ध्यान में रखते हुए जुताई, बुआई, रोपाई, हार्वेस्टिंग एवं थ्रेसिंग से संबंधित कृषि कार्यों के लिए आधुनिक यंत्र उपलब्ध रहेंगे.
Bihar Agriculture Machine Bank: आधुनिक मशीनों के इस्तेमाल से खेती को बेहतर बनाने के लिए बिहार सरकार कृषि यंत्र बैंक बना रही है. राज्य भर में 38 कृषि यंत्र स्थापित करने का लक्ष्य तय किया गया है. इन बैंकों के जरिए किसानों को एग्रीकल्चर मशीनरी की उपलब्धता आसान हो जाएगी. बिहार सरकार का उद्देश्य है कि इस प्रयास से खेती की लागत और किसान का खर्च कम किया जा सके. जबकि, पारंपरिक तरीके से खेती करने में लगने वाले समय को घटाया जा सके और उत्पादन को बढ़ाकर दोगुना किया जा सके.
बिहार के कृषि मंत्री राम कृपाल यादव ने कहा कि बिहार सरकार का स्पष्ट संकल्प है कि राज्य का हर किसान विशेषकर लघु एवं सीमांत किसान आधुनिक, वैज्ञानिक और लाभकारी खेती से जुड़ सके. इसी उद्देश्य के साथ कृषि रोड मैप के अंतर्गत फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank FMB) की स्थापना की जा रही है, ताकि किसानों को खेती के हर चरण में उन्नत कृषि यंत्र समय पर और सुलभ रूप से उपलब्ध हो सकें.
किसानों को जुताई से कटाई तक कृषि यंत्रों की सुविधा मिलेगी
कृषि मंत्री ने कहा कि जुताई से लेकर बुआई, रोपनी, कटाई और थ्रेसिंग तक, खेती की हर महत्वपूर्ण प्रक्रिया में समय का अत्यधिक महत्व होता है. फार्म मशीनरी बैंक के जरिए किसानों को आधुनिक यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जिससे न केवल खेती की लागत घटेगी, बल्कि फसल की क्वालिटी और उपज में भी उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकेगी. यह योजना किसान की मेहनत को सम्मान देने और उसे आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है.
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10 लाख के फार्म मशीनरी बैंक पर 8 लाख रुपये मिलेगी सब्सिडी
उन्होंने बताया कि फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना के लिए अधिकतम 10.00 लाख रुपये की परियोजना लागत निर्धारित की गई है. स्थानीय फसल चक्र को ध्यान में रखते हुए जुताई, बुआई, रोपाई, हार्वेस्टिंग एवं थ्रेसिंग से संबंधित कृषि क्रिया के लिए कम से कम एक-एक आधुनिक यंत्र शामिल करना अनिवार्य होगा. इस योजना के अंतर्गत कुल परियोजना लागत पर 80 फीसदी तक और अधिकतम 8.00 लाख रुपये का अनुदान राज्य सरकार की ओर से दिया जा रहा है.
राज्य में 38 कृषि यंत्र स्थापित किए जाएंगे
कृषि मंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य के प्रत्येक जिले में एक-एक फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस प्रकार कुल 38 फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किए जाएंगे, जिससे पूरे बिहार में कृषि यंत्रीकरण को नई गति मिलेगी और समयबद्ध खेती को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ जीविका के स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन, क्लस्टर फेडरेशन, आत्मा से संबद्ध फार्मर इंटरेस्ट ग्रुप (FIG), नाबार्ड अथवा राष्ट्रीयकृत बैंकों से संबद्ध किसान क्लब, किसान उत्पादक संगठन (FPO), किसान उत्पादक कंपनी (FPC), स्वयं सहायता समूह एवं पैक्स को मिलेगा.
किसानों की कमाई और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी
कृषि मंत्री ने कहा कि फार्म मशीनरी बैंक योजना बिहार में यंत्रीकृत, आधुनिक और टिकाऊ कृषि व्यवस्था की मजबूत नींव रखेगी. इससे किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत किया जा सकेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि यह पहल बिहार को कृषि क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. कृषि एवं किसानों की उन्नति एवं तेजी से विकास के लिए डबल इंजन की सरकार पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है.