किसान के लिए ट्रैक्टर सिर्फ एक मशीन नहीं, उसका सबसे भरोसेमंद साथी होता है. खेत की जुताई हो, बुवाई हो या कटाई, हर समय यह मशीन मेहनत में कदम से कदम मिलाकर साथ देती है. लेकिन जिस तरह हम अपनी बाइक या कार की समय-समय पर सर्विस कराते हैं, क्या आपने कभी यह सोचा है कि ट्रैक्टर की भी उतनी ही देखभाल जरूरी है? अफसोस की बात है कि देश के करीब आधे किसान ट्रैक्टर सर्विसिंग में कुछ आम लेकिन गंभीर गलतियां कर रहे हैं, जिनका असर सीधे ट्रैक्टर की उम्र, उसकी ताकत और किसान की कमाई पर पड़ता है.
सर्विसिंग को न करें नजरअंदाज
अक्सर किसान पहली सर्विसिंग को टाल देते हैं, या फिर स्थानीय गैर-प्रशिक्षित मैकेनिक से काम करवा लेते हैं. नया ट्रैक्टर खरीदने के बाद जब 50 से 100 घंटे तक काम हो जाए, तो पहली सर्विस करवाना बेहद जरूरी होता है. इसी दौरान इंजन में मौजूद छोटे-मोटे घिसाव, अतिरिक्त धातु के कण और अन्य समस्यों को साफ किया जाता है. अगर यह सर्विसिंग नहीं हुई तो आगे जाकर इंजन की ताकत कम हो सकती है और इसकी परफॉर्मेंस भी घटती चली जाती है.
समय-समय पर सर्विसिंग न करवाना भी एक भूल
बहुत से किसान यह मानकर चलते हैं कि जब तक ट्रैक्टर सही चल रहा है, तब तक उसकी सर्विस की जरूरत नहीं. लेकिन यह सोच ट्रैक्टर को धीमे-धीमे अंदर से खोखला कर देती है. हर 250 से 300 घंटे के उपयोग के बाद सर्विसिंग करवाना जरूरी होता है, और कुछ नए मॉडल्स के लिए यह समय 400 से 500 घंटे तक भी हो सकता है. अगर आपका ट्रैक्टर ज्यादा नहीं चलता, तब भी साल में कम से कम एक बार उसकी पूरी जांच और सर्विस जरूर करवानी चाहिए.
सीजन बदलते ही ट्रैक्टर को दें नई ताकत
खेती के मौसम की शुरुआत से पहले और कटाई के बाद ट्रैक्टर की जांच करवाना बहुत जरूरी होता है. ये दो मौके ऐसे होते हैं जब मशीन पर सबसे ज्यादा दबाव पड़ता है. बुवाई से पहले अगर सर्विस ठीक से हो जाए, तो मशीन बिना किसी रुकावट के चलेगी और काम जल्दी पूरा होगा. वहीं कटाई के बाद की सर्विस से ट्रैक्टर अगले सीजन के लिए फिर से तैयार हो जाता है.
इन संकेतों को कभी न करें नजरअंदाज
ट्रैक्टर अगर अजीब आवाजें कर रहा है, डीजल या कूलेंट लीक हो रहा है, पावर कम लगने लगा है या फिर एग्जॉस्ट से काला या नीला धुआं निकल रहा है तो समझ जाइए कि कुछ न कुछ गड़बड़ है. डैशबोर्ड पर कोई चेतावनी लाइट दिखे तो इसे टालने की गलती बिल्कुल न करें. ये सभी संकेत बताते हैं कि अब सर्विसिंग जरूरी हो गई है.
इन 5 बड़ी गलतियों से हर किसान को बचना चाहिए
- पहली गलती है नकली या घटिया क्वालिटी के पुर्जों का इस्तेमाल करना. इंजन ऑयल से लेकर फिल्टर तक, हर चीज अच्छी क्वालिटी की होनी चाहिए.
- दूसरी गलती है मालिक मैनुअल को नजरअंदाज करना. हर ट्रैक्टर मॉडल की अलग जरूरत होती है, जिसे समझे बिना सर्विसिंग करना खतरे से खाली नहीं.
- तीसरी गलती है बिना अनुभव के जटिल हिस्सों की मरम्मत करना. अगर इंजन या हाइड्रोलिक सिस्टम से जुड़ा कोई काम गलत तरीके से किया गया, तो भारी नुकसान हो सकता है.
- चौथी गलती है सुरक्षा नियमों को नजरअंदाज करना. सर्विस से पहले ट्रैक्टर को पूरी तरह बंद करें और सुरक्षात्मक गियर जरूर पहनें.
- पांचवीं और सबसे आम गलती है छोटी समस्याओं को अनदेखा करना. हल्का रिसाव, आवाज या चेतावनी लाइट जैसी बातें आगे चलकर बड़ी और महंगी मरम्मत में बदल सकती हैं.