किसानों की फसल को जंगली जानवरों से बचाएगा सोलर फेंसिंग सिस्टम, जानें कैसे?

जब कोई जानवर जैसे हाथी, गाय या सुअर खेतों के पास आता है और तारों को छूता है, तो उसे हल्का सा झटका लगता है, जिससे वह डरकर तुरंत खेत से बाहर निकल जाता है.

नई दिल्ली | Published: 10 May, 2025 | 05:36 PM

भारत में खेती के साथ जुड़ी कई समस्याएं किसानों के लिए चुनौती बन चुकी हैं. इनमें से एक बड़ी समस्या है जंगली जानवरों द्वारा फसलों का नुकसान. हर साल लाखों रुपये की फसल जंगली जानवरों के हाथों बर्बाद हो जाती है, जिससे किसानों की परेशानियां और बढ़ जाती हैं. हालांकि, अब इस समस्या से निपटने के लिए एक नई तकनीक सामने आई है, जो किसानों के लिए राहत का कारण बन सकती है. हम बात कर रहे हैं सोलर फेंसिंग सिस्टम की, जो जंगली जानवरों को खेतों में घुसने से रोकने का एक प्रभावी उपाय साबित हो रहा है.

सोलर फेंसिंग सिस्टम क्या है?

सोलर फेंसिंग एक ऐसा तकनीकी सिस्टम है जिसमें सोलर पैनल और करंट प्रवाहित करने वाले तार लगाए जाते हैं. इस सिस्टम के माध्यम से खेतों के चारों ओर तारों का घेरा बना दिया जाता है, जो किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाता है. इसमें एक सीसीएम मशीन भी जुड़ी होती है, जो तारों में करंट की शक्ति को नियंत्रित करती है और किसानों को सिस्टम की स्थिति के बारे में जानकारी देती है.

जब कोई जानवर जैसे हाथी, गाय या सुअर खेतों के पास आता है और तारों को छूता है, तो उसे हल्का सा झटका लगता है, जिससे वह डरकर तुरंत खेत से बाहर निकल जाता है. इस तरह यह सिस्टम किसानों की फसलों को नुकसान से बचाता है और जंगली जानवरों को खेतों में घुसने से रोकता है.

सोलर फेंसिंग सिस्टम कैसे काम करता है?

इस सिस्टम में मुख्य रूप से क्लच वायर और सीसीएम मशीन शामिल होते हैं. तारों में करंट लगातार बहता रहता है. जब कोई जानवर इन तारों से टकराता है, तो उसे करंट का हल्का सा झटका लगता है. हालांकि, यह करंट जानवर के लिए खतरनाक नहीं होता, लेकिन जानवर इससे घबरा जाता है और खेत से भाग जाता है.

इसके अलावा, सीसीएम मशीन में कुछ बटन और सिग्नल लाइट होती है, जिनके माध्यम से किसान करंट की मात्रा और मशीन की बैटरी की स्थिति पर नजर रख सकते हैं.

सोलर फेंसिंग की लागत

इस सिस्टम का खर्च भी अपेक्षाकृत कम है. कांटेदार तार का मूल्य लगभग 10 रुपये प्रति मीटर होता है, जबकि सोलर फेंसिंग का 2.5 मीटर वाला तार महज कुछ रुपये में मिल जाता है. साथ ही, मशीन की कीमत करीब 10,000 रुपये आती है. इस एक मशीन को 45 एकड़ तक के क्षेत्र में लगाया जा सकता है, जिससे एक ही मशीन से बड़ी फसल की सुरक्षा की जा सकती है.

सोलर फेंसिंग के फायदे

जंगली जानवरों से सुरक्षा: सोलर फेंसिंग सिस्टम खेतों में घुसने वाले जंगली जानवरों से फसलों को बचाता है. इससे किसानों को फसल के नुकसान से राहत मिलती है.

कम लागत में समाधान: इसके इस्तेमाल से किसानों को बड़ी मात्रा में नुकसान से बचने का मौका मिलता है और यह सस्ता भी होता है.

फसल की सुरक्षा: किसान अब हर साल होने वाले नुकसान से बच सकते हैं और अपनी फसल को बचाकर ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.

कर्ज का बोझ कम होगा: किसानों को हर साल कर्ज के बोझ से जूझना पड़ता है. इस सिस्टम की मदद से उनका आर्थिक दबाव कम हो सकता है, क्योंकि अब फसल की सुरक्षा सुनिश्चित हो गई है.