28 हजार वाला ये कृषि यंत्र अब मात्र 8100 रुपये में, 19 लाख किसानों को दे रही सरकार
Jharkhand Subsidy Schemes for Farmers: किसानों की सिंचाई समस्या दूर करने के लिए झारखंड सरकार ने खास योजना शुरू की है, जिसमें इस कृषि यंत्र पर लगभग 90 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है. कम कीमत में मिलने वाला यह यंत्र खेती को आसान और किफायती बनाएगा. इस योजना का लक्ष्य छोटे किसानों को आधुनिक साधनों से जोड़कर उनकी उत्पादकता बढ़ाना है. आइए जानते हैं इस यंत्र के बारे में..
Jharkhand Agriculture Scheme : गांवों में खेती करते समय सबसे बड़ी चुनौती होती है-पानी. बारिश भरोसे खेती चल नहीं सकती और बिजली भी हर जगह समय पर मिल जाए, ये भी जरूरी नहीं. लेकिन अब किसानों के लिए एक ऐसी खुशखबरी आई है, जिसे सुनकर हर खेत का कोना मुस्कुरा उठेगा. सरकार ने सिंचाई को आसान, सस्ती और झंझट मुक्त बनाने के लिए खास योजना शुरू की है, जिसके तहत किसान अब बेहद कम कीमत में पानी पंप घर ले जा सकेंगे. यह योजना खास तौर पर उन छोटे किसानों के लिए वरदान बनकर आई है, जो महंगे कृषि उपकरण नहीं खरीद पाते.
मात्र 8100 रुपये में मिलेगा 28100 रुपये वाला वॉटर पंप
झारखंड सरकार ने किसानों की सिंचाई दिक्कत दूर करने के लिए पेट्रोल से चलने वाला एक आधुनिक पानी पंप सब्सिडी पर उपलब्ध कराया है. इसकी बाजार कीमत करीब 28100 रुपये है, लेकिन योजना के तहत किसान इसे सिर्फ 8100 रुपये में प्राप्त कर सकते हैं. यानी सरकार लगभग 20,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है, जो कुल कीमत का लगभग 90 फीसदी है. यह पंप हल्का, मजबूत और आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाने लायक है. पेट्रोल से चलने के कारण बिजली की जरूरत नहीं होती, इसलिए जिन किसानों के पास बिजली नहीं है, या बिजली समय पर नहीं मिलती-उनके लिए यह बड़ी राहत है.
जमीन की गहराई से खींचेगा पानी
यह विशेष प्रकार का पंप कम ईंधन में ज्यादा पानी खींचने की क्षमता रखता है. इससे खेत की सिंचाई न सिर्फ तेज होगी बल्कि किसानों की मेहनत भी काफी कम होगी. किसान इसे खुद ले जाकर खेतों में लगा सकते हैं और गहरे से गहरा पानी भी आसानी से ऊपर खींच सकते हैं. यह पंप छोटे और सीमांत किसानों के लिए बेहद उपयोगी है, क्योंकि उन्हें अतिरिक्त मजदूर पर खर्च करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी.
19 लाख किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
योजना का लाभ राज्य के 19 लाख किसान को मिलेगा. खास तौर पर छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह योजना अधिक फायदेमंद है क्योंकि वे आमतौर पर महंगे कृषि उपकरण खरीदने में सक्षम नहीं होते. सरकार का उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना और सिंचाई में आने वाली मुश्किलों को खत्म करना है. इस पंप के मिलने से खेती की लागत घटेगी और उत्पादन बढ़ने की संभावना भी ज्यादा होगी.
वॉटर पंप योजना के लिए दस्तावेज
वॉटर पंप स्कीम में आवेदन करने के लिए किसानों को कुछ साधारण दस्तावेज देने होंगे-
- आधार कार्ड
- किसान पंजीकरण प्रमाणपत्र
- भूमि दस्तावेज (खाता/खेसरा)
- बैंक पासबुक
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
- आवेदन फॉर्म (स्थानीय कृषि कार्यालय से मिलेगा)
दस्तावेज जमा होने के बाद आवेदन का सत्यापन किया जाता है. सत्यापन पूरा होते ही किसानों को सब्सिडी तय होने के बाद बची हुई राशि जमा करनी होती है. इसके बाद पंप वितरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है.
किसान वॉटर पंप पाने के लिए कहां आवेदन करें
इस सब्सिडी योजना का संचालन भूमि संरक्षण विभाग के जरिए किया जा रहा है. किसान अपने क्षेत्र के संबंधित कृषि कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं. इसके साथ ही वहां पर उन्हें पूरी प्रक्रिया की जानकारी भी दी जाती है. सरकार का उद्देश्य सिंचाई को सरल, तेज और सुलभ बनाना है ताकि हर किसान बिना किसी परेशानी के अपने खेतों को पानी दे सके. आधुनिक पंप मिलने से उत्पादन बढ़ेगा, मेहनत कम होगी और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी.