Tractor Maintenance Tips: भारत में खेती सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि किसानों की जीवनरेखा है. खेतों में ट्रैक्टर किसान का सबसे भरोसेमंद साथी माना जाता है, लेकिन जैसे ही सर्दियों का मौसम आता है, ट्रैक्टर की देखभाल एक चुनौती बन जाती है. कड़ाके की ठंड में कई किसान अपने ट्रैक्टरों को खुले में छोड़ देते हैं, जिससे इंजन, बैटरी और अन्य हिस्सों को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में थोड़ी सावधानी और नियमित रखरखाव से बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है.
ठंड में ट्रैक्टर छोड़ने से क्या होते हैं नुकसान
सर्दी के मौसम में ट्रैक्टर को खुले में छोड़ देने से सबसे पहले इसका इंजन और फ्यूल सिस्टम प्रभावित होता है. तापमान बहुत कम होने पर डीजल गाढ़ा हो जाता है, जिससे फ्यूल पाइप जाम हो सकता है और इंजन स्टार्ट नहीं होता.
इसके अलावा, ओस और धुंध की वजह से बॉडी पर नमी जम जाती है, जो धीरे-धीरे जंग में बदल जाती है. वहीं, लंबे समय तक ट्रैक्टर के निष्क्रिय रहने से बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है, जिससे ट्रैक्टर स्टार्ट करने में दिक्कत आती है.
इंजन ऑयल और फ्यूल सिस्टम की जांच करें
सर्दी के मौसम में इंजन ऑयल का गाढ़ा होना एक आम समस्या है. इस वजह से इंजन को स्टार्ट करने में ज्यादा दबाव पड़ता है और इंजन की उम्र कम हो सकती है. इसलिए मौसम के अनुसार सही ग्रेड का इंजन ऑयल इस्तेमाल करना जरूरी है.
फ्यूल टैंक में जमा पानी या गंदगी भी ठंड में जमकर नुकसान पहुंचा सकती है. बेहतर होगा कि फ्यूल टैंक और पाइप की सफाई नियमित रूप से की जाए और ट्रैक्टर को ढके हुए स्थान पर खड़ा किया जाए ताकि तापमान बहुत नीचे न गिरे.
बैटरी का रखरखाव बेहद जरूरी
ठंड में ट्रैक्टर की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है. बैटरी के टर्मिनल पर जमी गंदगी या जंग को समय-समय पर साफ करें. बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर की मात्रा की जांच करें और हर 2-3 दिन में ट्रैक्टर को थोड़ी देर के लिए चालू करें ताकि बैटरी चार्ज बनी रहे.
अगर ट्रैक्टर को लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करना है, तो बैटरी को डिस्कनेक्ट कर किसी सूखी और गर्म जगह पर रख दें. इससे बैटरी की उम्र बढ़ती है.
ट्रैक्टर को ढककर और धूप में रखें
सर्दियों की ओस और कोहरा ट्रैक्टर की बॉडी और पार्ट्स के लिए नुकसानदेह हैं. इसलिए ट्रैक्टर को हमेशा तिरपाल या कवर से ढककर रखें. रोजाना कुछ देर धूप में रखने से जमी नमी सूख जाती है और जंग लगने का खतरा कम होता है.
टायरों का दबाव भी ठंड में घट जाता है क्योंकि हवा सिकुड़ती है. इसलिए समय-समय पर टायर प्रेशर की जांच करें और ब्रेक शू, पैडल जैसे हिस्सों की भी नियमित सर्विस कराएं.
कूलेंट और रेडिएटर की सफाई न भूलें
कई किसान ठंड में रेडिएटर में सिर्फ पानी भर देते हैं, जो एक बड़ी गलती है. ठंड के मौसम में कूलेंट का इस्तेमाल अनिवार्य है, क्योंकि यह इंजन को जमने से बचाता है और तापमान को संतुलित रखता है.
रेडिएटर में गंदगी या जंग जमने से इंजन की कूलिंग क्षमता घट जाती है, जिससे ट्रैक्टर ज्यादा गर्म हो सकता है. इसलिए समय-समय पर रेडिएटर की सफाई कराएं और उचित मात्रा में कूलेंट भरें.