भारी बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा, 35 गांवों में चेतावनी जारी..लोगों में दहशत

बारिश के बाद यमुना और पोंग डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. यमुना में 50,000–60,000 क्यूसेक बहाव के चलते 35 गांवों में अलर्ट है. 2023 जैसी बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है.

नोएडा | Published: 17 Aug, 2025 | 03:01 PM

हिमालयी इलाकों में हुई भारी बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है और अब इसमें करीब 50,000 से 60,000 क्यूसेक पानी बह रहा है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी का बहाव हर घंटे बदल रहा है, इसलिए एहतियातन सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं. वहीं, नदी किनारे बसे करीब 35 गांवों में चेतावनी जारी कर दी गई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते. ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. वहीं, हिमाचल प्रदेश के में पोंग डैम का जलस्तर बढ़ने से खतरा मडा रहा है.

ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर संजय रहड़ ने कहा कि फील्ड स्टाफ, जैसे SDOs, JEs और अन्य कर्मचारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि जुलाई 2023 में यमुना नदी में करीब 3.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिससे गढ़पुर टापू और समासपुर में तटबंध टूट गए थे. बाढ़ का पानी चौगांव, नबीाबाद, चंद्रौं, जप्ती छपरा, नंगल, कलसौरा और लबकरी जैसे दर्जनों गांवों में घुस गया था, जिससे भारी फसल नुकसान और घरों को नुकसान पहुंचा था.

पानी का बहाव 75,000 से 1.25 लाख क्यूसेक के बीच है

प्रशासन के मुताबिक, अगर पानी का बहाव 75,000 से 1.25 लाख क्यूसेक के बीच है तो उसे छोटी बाढ़, 1.25 लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच मध्यम बाढ़ और 2.5 लाख क्यूसेक से ऊपर भारी बाढ़ माना जाता है. सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर ने कहा कि स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है. उन्होंने कहा कि हम हालात पर 24 घंटे नजर रख रहे हैं.

हिमाचल प्रदेश में पोंग डैम का जलस्तर बढ़ा

वहीं, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पोंग डैम का जलस्तर रविवार सुबह 9 बजे 1379.98 फीट तक पहुंच गया, जो खतरे के करीब है. इसे देखते हुए भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने डैम से 57,221 क्यूसेक पानी टरबाइनों और स्पिलवे के जरिए नियंत्रित तरीके से छोड़ना शुरू कर दिया है. यह इस मॉनसून सीजन में अब तक की सबसे ज्यादा पानी की निकासी है. BBMB ने हिमाचल के कांगड़ा और पंजाब के होशियारपुर जिलों के प्रशासन को अलर्ट जारी कर दिया है और निचले इलाकों में सतर्कता बरतने को कहा है. ब्यास नदी के किनारे ‘मंड‘ क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं. दोनों राज्यों के कई गांव और बस्तियां पानी में डूबने की खबरें हैं. साथ ही फसलों को नुकसान पहुंचने की भी संभावना है.  खास कर पंजाब में धान की फसल को कुछ ज्यादा ही नुकसान पहुंचा है.

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