देश की प्रमुख उर्वरक सहकारी संस्था IFFCO (इफको) ने वित्त वर्ष 2024-25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ₹2,823 करोड़ का नेट प्रॉफिट कमाया है, जो पिछले साल की तुलना में 16 फीसदी अधिक है. इस उपलब्धि का बड़ा कारण रहा कंपनी के नैनो फर्टिलाइजर उत्पादों की बढ़ती मांग. हालांकि कंपनी ने यह भी माना कि इन उन्नत उत्पादों को किसानों तक पहुंचाने में अभी और सुधार की जरूरत है.
नैनो उत्पादों से बढ़ी बिक्री
IFFCO के प्रबंध निदेशक यू. एस. अवस्थी के अनुसार, कंपनी के प्रमुख उत्पाद नैनो यूरिया की बिक्री में FY25 में 31 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि नया उत्पाद नैनो DAP 118 फीसदी की जबरदस्त वृद्धि के साथ सामने आया. इन दोनों मिलाकर अब तक 1.2 मिलियन टन पारंपरिक यूरिया और 0.48 मिलियन टन DAP की जगह ले चुके हैं. लेकिन अवस्थी ने माना कि इनका स्वीकृति स्तर और तेज हो सकता था.
कुल टर्नओवर में भी बढ़ोतरी
IFFCO के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने बताया कि कंपनी का कुल कारोबार FY25 में 4.5 फीसदी बढ़कर ₹41,244 करोड़ हो गया, जो पिछले साल ₹39,474 करोड़ था. लगातार तीसरे साल कंपनी का कर-पूरव लाभ (profit before tax) ₹3,000 करोड़ से ऊपर रहा है.
उत्पादन और बिक्री के आंकड़े
घरेलू उत्पादन: FY25 में 9.31 मिलियन टन (FY24 में 8.89 मिलियन टन)
कुल बिक्री (इंपोर्ट समेत): FY25 में 11.37 मिलियन टन (FY24 में 11.17 मिलियन टन)
यूरिया बिक्री: 6.73 मिलियन टन (लगभग स्थिर)
DAP बिक्री: 2.56 मिलियन टन (लगभग स्थिर)
NP, NPK व अन्य उर्वरक बिक्री: 4.64 मिलियन टन (FY24 में 4.39 मिलियन टन)
वैश्विक विस्तार की तैयारी
IFFCO ने FY25 में 3.7 लाख से ज्यादा नैनो उर्वरक की बोतलें अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात की हैं. साथ ही ब्राजील में स्थानीय नैनो उर्वरक प्लांट लगाने की योजना भी बनाई जा रही है. इफको अब नैनो जिंक और नैनो कॉपर के साथ-साथ जल्द ही ग्रेन्युलर नैनो NPK उत्पाद भी लॉन्च करने की तैयारी में है.
सदस्यों को लाभांश और भविष्य की योजना
IFFCO ने अपने सहकारी सदस्यों को 20 फीसदी डिविडेंड देने की घोषणा की है. संस्था का फोकस आने वाले समय में कृषकों को कम लागत में अधिक पोषण देने वाले उर्वरक उपलब्ध कराना रहेगा.