दिल्ली में सुबह से कोहरे और धुंध ने आसमान पर कब्जा जमा लिया है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अनुसार दिल्ली एनसीआर में आज सोमवार को हवा का स्तर बेहद खराब लेवल पहुंच गया है. जिसके बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राजधानी में ग्रैप 2 लागू कर दिया है. दिल्ली सरकार प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए वैक्यूम स्वीपिंग और वॉटर स्प्रेयिंग जारी रखने का निर्णय लिया है. बीते दिन शाम को एयर क्वालिटी बहुत खराब कैटेगरी पर पहुंच गई थी. वहीं, अस्थमा मरीजों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी गई है.
दिल्ली-एनसीआर में आज वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक है. इसके चलते अब वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राजधानी में ग्रैप 2 लागू कर दिया है. राजधानी की सड़कों की वैक्यूम स्वीपिंग और पानी का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं, दिल्ली सरकार ने हर रोज वैक्यूम स्वीपिंग और वॉटर स्प्रेयिंग जारी रखने का निर्णय लिया है. निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है. वहीं, कूड़ा, लकड़ी या कोयला जलाने पर रोक लागू रहेगी.
दिल्ली सरकार ने कहा है कि सार्वजनिक यातायात वाहनों में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो की सेवाओं के फेरे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. निजी वाहनों का इस्तेमाल कम से कम करने की अपील लोगों से की गई है. इसके अलावा डीजल जनरेटर चलने पर भी रोक रहेगी. रविवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार था. वहीं, मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता का स्तर और बिगड़ने की संभावना है. जिसके मद्देनजर ही ग्रैप 2 लागू किया गया है.
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दिवाली पर प्रदूषण लेवल बढ़ने से AQI ‘बहुत खराब’
प्रदूषण का लेवल बढ़ने से रविवार को दिल्ली की एयर क्वालिटी बहुत खराब कैटेगरी के करीब पहुंच गई. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक शहर में शाम 4 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 296 रिकॉर्ड किया गया, जिससे यह खराब कैटेगरी में आ गया. 301 और 400 के बीच AQI रीडिंग बहुत खराब कैटेगरी में आती है. राष्ट्रीय राजधानी के 38 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 12 ने एयर क्वालिटी को बहुत खराब रेंज में बताया.
अगले साल से GRAP लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का सवाल है, पिछले 10 वर्षों में प्रदूषण को लेकर दिल्ली में कोई काम नहीं हुआ. इसके चलते हर साल हमें प्रदूषण की समस्या से निपटना पड़ता है और अनेक प्रकार के प्रतिबंध दिल्ली के नागरिकों के हित में लगाए जाते हैं. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार प्रदूषण से हर स्तर पर निपट रही है. हर स्तर पर प्रावधान किए जा रहे हैं.
ग्रीन पटाखे भी नहीं जलाने की अपील
GRAP लागू करने के लिए कुछ मानक तय है. दिल्ली के लोगों को बचाने के लिए GRAP लगाया जाता है लेकिन मुझे उम्मीद है कि अगले साल से GRAP लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी है तो निश्चित तौर पर ग्रीन पटाखे जलाए जाएं लेकिन एक शहरी के तौर पर हमारी जिम्मेदारी है कि हम प्रयास करें कि प्रदूषण कम से कम हो.