ग्रामीण इलाकों में अब लोग आर्थिक मजबूती के लिए पारंपरकि खेती पर ही निर्भर नहीं रहते. अब उनका रुख व्यावसायिक खेती की तरफ भी हो गया है. इसी कड़ी में गांव का गोबर अब कमाई का अच्छा साधन बन गया है. जिससे कम लागत में ज्यादा कमाई हो रही है. तो जानिए कैसे बनती हैं गोबर ईंटें, क्या है इनका बिजनेस मॉडल, और कैसे यह देसी स्टार्टअप बदल रहा है ग्रामीण भारत की तस्वीर.