हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते बहुत अधिक बर्बादी हुई है. खास कर सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. अभी तक पूरे राज्य में तीन नेशल हाईवे सहित 560 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. इससे यातायात ठप हो गया है. लोग जरूरी काम से भी गांवों से मार्केट नहीं जा पा रहे हैं. इसके अलावा 936 वितरण ट्रांसफॉर्मर भी प्रभावित हुए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति में समस्या उत्पन्न हो रही है. वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास हमारी जिम्मेदारी है. जिनके घर टूट गए हैं, उन्हें हम आर्थिक सहायता देंगे और जैसे ही बारिश रुकती है, सभी सड़कों को खोल दिया जाएगा.
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, मंडी जिले में 213 सड़कें बंद हैं, जिनमें NH 03 भी शामिल है, जो राज्य में सबसे ज्यादा है. जबकि, कुल्लू जिले में 161 सड़कें बंद हैं, जिनमें NH 305 भी शामिल है. इसी तरह, कांगड़ा में 60, सिरमौर में 38, शिमला में 28, ऊना में 23, लाहौल और स्पीति में 14, सोलन में 11, और हमीरपुर और किन्नौर में एक-एक सड़क बंद है.
233 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके अलावा, कुल 936 वितरण ट्रांसफॉर्मर्स में से 651 मंडी, 189 कुल्लू, 40 सिरमौर, 38 सोलन, 9 लाहौल और स्पीति, 5 कांगड़ा और 1 किन्नौर में प्रभावित हुए हैं, जिससे राज्यभर में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हो रही है. साथ ही, 233 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिनमें मंडी में 72, शिमला में 52, कुल्लू में 35, कांगड़ा में 33, हमीरपुर में 30 और सोलन में एक योजना शामिल है.
भूस्खलन से दो लोग घायल हो गए
इस बीच, शिमला जिले में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से दो लोग घायल हो गए और कम से कम पांच घरों को नुकसान पहुंचा. जिला प्रशासन के अनुसार, शिमला के रामपुर उपमंडल के थला गांव में भूस्खलन के कारण दो लोग, हिमंत और प्यारे लाल घायल हो गए. दोनों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया. शील गांव में तुलसी दास, लेख राज और हरिश कुमार के तीन घर भी क्षतिग्रस्त हो गए. जिला प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. मौसम विभाग ने शनिवार के लिए चंबा, कांगड़ा, किन्नौर और लाहौल और स्पीति जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे अगले कुछ घंटों में इन स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ऐलान
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज चंबा जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो आपदा आई है, उसके कारण मैं खुद चंबा आया हूं. PWD मंत्री यहां हैं और सभी कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. साथ ही क्षतिग्रस्त सड़कों का जायजा ले रहे हैं. इस समय राज्यभर में आपदा आई है. मंडी क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान हुआ है और हमने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है. बारिश रुकने के बाद हम युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं. यह आपदा पूरे राज्य में फैली हुई है और भाजपा के लोग सोशल मीडिया पर अफवाहें फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास हमारी जिम्मेदारी है. जिनके घर टूट गए हैं, उन्हें हम आर्थिक सहायता देंगे और जैसे ही बारिश रुकती है, सभी सड़कों को खोल दिया जाएगा.