मैदानी इलाकों में तेज धूप और लू का कहर, जानिए आज आपके शहर का मौसम

दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आधिकारिक रूप से दक्षिण बंगाल की खाड़ी, दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर लिया है. इस क्षेत्र में पिछले दो दिनों से भारी बारिश और तेज पश्चिमी हवाएं देखी गई हैं.

नई दिल्ली | Published: 14 May, 2025 | 07:20 AM

देशभर में मौसम धीरे-धीरे करवट बदल रहा है. मई के दूसरे हफ्ते में जहां एक ओर कई हिस्सों में भीषण गर्मी और लू का असर बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर कुछ क्षेत्रों में मानसून ने धीरे-धीरे अपनी आमद दिखानी शुरू कर दी है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत अब हो चुकी है और यह संकेत दे रहा है कि आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में मौसम सुहाना होने वाला है.

अंडमान-निकोबार से शुरू हुआ मानसून

13 मई 2025 को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आधिकारिक रूप से दक्षिण बंगाल की खाड़ी, दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर लिया है. इस क्षेत्र में पिछले दो दिनों से भारी बारिश और तेज पश्चिमी हवाएं देखी गई हैं. समुद्र की सतह से ऊपर तक फैली इन हवाओं की रफ्तार 20 समुद्री मील से अधिक हो गई है, जिससे यह तय हो गया कि मानसून की गतिविधियां अब तेज हो रही हैं.

इसके साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि आने वाले 3 से 4 दिनों में मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन, अंडमान सागर के बाकी हिस्सों और मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ सकता है. इसका मतलब है कि दक्षिण भारत के कुछ और इलाकों में जल्द ही मानसून की बारिश देखने को मिलेगी.

उत्तर-पूर्व भारत में गरज-चमक के साथ तेज बारिश

पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले पांच दिनों तक गरज के साथ बारिश की संभावना जताई गई है. 14 मई को मेघालय में बहुत भारी बारिश हो सकती है, जबकि असम और अरुणाचल प्रदेश में तेज हवाओं के साथ मौसम और भी रौद्र रूप ले सकता है. इन हवाओं की गति 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.

पश्चिम भारत में हल्की बारिश और तेज हवाओं का असर

पश्चिम भारत के हिस्सों जैसे कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और गुजरात में 14 से 17 मई के बीच हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इन इलाकों में गरज-चमक और तेज हवाएं मौसम को अचानक बदल सकती हैं. कहीं-कहीं पर हवाओं की रफ्तार 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है.

दक्षिण भारत में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना

दक्षिण भारत के राज्यों में भी मौसम काफी सक्रिय रहने वाला है. तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल में बारिश के साथ बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं. खास बात यह है कि 14 और 15 मई को तेलंगाना के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की भी चेतावनी दी गई है. तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और कराईकल में भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है, जिससे तापमान में कुछ राहत मिल सकती है.

मध्य और पूर्व भारत में मिलाजुला मौसम

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम जैसे राज्यों में गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं. कुछ स्थानों पर हवाएं 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से चल सकती हैं. इसके साथ ही अंडमान और निकोबार द्वीपों में भी भारी बारिश होने के संकेत मिले हैं, जो मानसून की प्रगति के लिहाज से एक अच्छा संकेत माना जा रहा है.

उत्तर-पश्चिम भारत: हल्की बारिश, लेकिन गर्मी जारी

उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में जैसे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. हालांकि, यहां का तापमान अगले कुछ दिनों में 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है. इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में गर्मी बनी रहेगी और लोगों को अभी राहत मिलने में थोड़ा वक्त लग सकता है.

लू और उमस का प्रभाव

देश के कुछ भागों में लू और उमस लोगों को बेहाल कर सकती है. खासतौर पर पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में लू चलने की संभावना है. इसके अलावा बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी जैसे राज्यों में गर्म और चिपचिपा मौसम बना रहेगा. यह हालात 14 से 19 मई तक बने रह सकते हैं.

दिल्ली-एनसीआर: तापमान ऊंचा, हवाएं चलेंगी

दिल्ली और आसपास के इलाकों में 14 और 15 मई को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 से 29 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है. सुबह के समय हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा से चलेंगी, और दिन के समय इनकी रफ्तार 25 से 35 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है. हालांकि, शाम को हवाओं की गति थोड़ी कम हो जाएगी.