देश के जलाशयों में 70 फीसदी भरा पानी, अच्छी बारिश से किसानों को मिली राहत

भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि जून और जुलाई के दौरान देश में सामान्य से 6 फीसदी अधिक बारिश हुई है, और अगस्त-सितंबर में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.

नई दिल्ली | Updated On: 1 Aug, 2025 | 02:55 PM

देशभर में इस बार मानसून ने अच्छा प्रदर्शन किया है, और इसका सीधा असर अब देश के प्रमुख जलाशयों पर दिखने लगा है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के 161 प्रमुख जलाशयों में जलस्तर बढ़कर 69.31 फीसदी तक पहुंच गया है. यानी इन जलाशयों में फिलहाल 126.482 अरब घन मीटर (BCM) पानी मौजूद है, जबकि इनकी कुल भंडारण क्षमता 182.461 BCM है. यह मात्रा पिछले साल और बीते 10 वर्षों के औसत से भी लगभग 50 फीसदी अधिक है.

मानसून ने दिया भरोसा

भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि जून और जुलाई के दौरान देश में सामान्य से 6 फीसदी अधिक बारिश हुई है, और अगस्त-सितंबर में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, देश के 31 फीसदी जिलों में अब भी कम बारिश हुई है, लेकिन कुल मिलाकर खरीफ फसलों के लिए हालात अच्छे बनते दिख रहे हैं.

खरीफ बुवाई में दिखी तेजी

अच्छे जलस्तर और समय पर बारिश का असर खरीफ सीजन पर भी दिख रहा है. बुवाई का रकबा इस साल अब तक करीब 5 फीसदी बढ़ा है. इसका मतलब है कि किसान तेजी से धान, मक्का, बाजरा, सोयाबीन जैसी फसलों की बुवाई कर रहे हैं, जो खरीफ सीजन की प्रमुख फसलें हैं.

क्षेत्रवार जल भंडारण की स्थिति

उत्तर भारत (11 जलाशय)
कुल क्षमता: 19.836 BCM

वर्तमान भंडारण: 12.241 BCM (61.7 फीसदी)

राजस्थान सबसे आगे: 85 फीसदी

पंजाब: 46.3 फीसदी, हिमाचल प्रदेश: 59 फीसदी

पूर्वी भारत (27 जलाशय)
कुल क्षमता: 21.724 BCM

भंडारण: 11.297 BCM (52 फीसदी)

मिजोरम: 95 फीसदी, त्रिपुरा: 87 फीसदी

बिहार और बंगाल में भी जलस्तर 60 फीसदी के करीब

पश्चिमी भारत (50 जलाशय)
कुल क्षमता: 37.357 BCM

भंडारण: 27.264 BCM (73 फीसदी)

गोवा के जलाशय फुल: 100 फीसदी

महाराष्ट्र: 84 फीसदी, गुजरात: 61 फीसदी

मध्य भारत (28 जलाशय)
कुल क्षमता: 48.588 BCM

भंडारण: 34.277 BCM (70.5 फीसदी)

मध्य प्रदेश: 75.5 फीसदी, यूपी: 70 फीसदी, छत्तीसगढ़: 66 फीसदी

उत्तराखंड थोड़ा पीछे: 44 फीसदी

दक्षिण भारत (45 जलाशय)
कुल क्षमता: 54.939 BCM

भंडारण: 41.404 BCM (75 फीसदी)

कर्नाटक और आंध्र प्रदेश: 76 फीसदी

केरल: 72 फीसदी, तेलंगाना: 49 फीसदी

किसानों के लिए राहत की खबर

तेज गर्मी और सूखे की चिंताओं के बीच यह अच्छी बारिश और जल भंडारण की स्थिति निश्चित रूप से किसानों के लिए राहत भरी है. आने वाले दिनों में अगर मानसून की चाल बनी रही, तो खरीफ उत्पादन बेहतर हो सकता है. जलाशयों में पर्याप्त पानी होने से सिंचाई में आसानी होगी और किसानों को बारिश पर निर्भरता थोड़ी कम करनी पड़ेगी.

Published: 1 Aug, 2025 | 02:49 PM

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