देशभर में बढ़ा जलस्तर, 161 बड़े डैम लगभग फुल, जानिए आपके इलाके की स्थिति

केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़े बताते हैं कि देश के 161 बड़े जलाशयों में कुल क्षमता का 60.75 फीसदी पानी भरा हुआ है. यह पिछले साल के मुकाबले बेहतर है और पिछले 10 साल के औसत से भी ज्यादा है. यानी अब तक मानसून की रफ्तार ठीक रही है.

नई दिल्ली | Updated On: 25 Jul, 2025 | 12:47 PM

इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक दी और उसका असर अब साफ दिखने लगा है. देश के प्रमुख जलाशयों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे खेती-किसानी पर सीधा असर पड़ा है. किसानों के लिए यह राहत की खबर भी है और थोड़ी चिंता की भी क्योंकि पानी होना तो अच्छा है, पर ज्यादा बारिश नुकसान भी पहुंचा सकती है. आइए जानते हैं देशभर में किस राज्य में कितना है पानी.

देशभर में जलाशयों की स्थिति क्या है?

केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़े बताते हैं कि देश के 161 बड़े जलाशयों में कुल क्षमता का 60.75 फीसदी पानी भरा हुआ है. कुल क्षमता 182.461 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) है, जिसमें 101.864 BCM पानी भरा है. यह पिछले साल के मुकाबले बेहतर है और पिछले 10 साल के औसत से भी ज्यादा है. यानी अब तक मानसून की रफ्तार ठीक रही है.

क्षेत्रवार जल स्तर की स्थिति

उत्तर भारत की स्थिति

उत्तर भारत के 11 प्रमुख जलाशयों में कुल भंडारण क्षमता 19.836 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) है, जिनमें से अब तक 10.194 BCM (50 फीसदी से अधिक) पानी भर चुका है. राजस्थान में जलाशय 77.5 फीसदी तक भर चुके हैं, हरियाणा में 43 फीसदी और पंजाब में 39 फीसदी भंडारण दर्ज हुआ है.

पूर्वी भारत में भी तेजी से भराव

पूर्वी भारत के 27 जलाशयों में कुल क्षमता 21.724 BCM है, जिनमें अब तक 10.318 BCM (47.5 फीसदी) पानी है. मिजोरम का एकमात्र जलाशय लगभग पूरी तरह भर चुका है, त्रिपुरा में 80 फीसदी से ज्यादा पानी है, जबकि पश्चिम बंगाल और बिहार में 60 फीसदी से अधिक भंडारण दर्ज किया गया है.

पश्चिम भारत की बात करें तो

यहां के 50 जलाशयों की कुल क्षमता 37.357 BCM है, जिनमें अब 23.299 BCM यानी 62 फीसदी पानी है. गोवा और महाराष्ट्र में जलाशयों का स्तर लगभग 75 फीसदी तक पहुंच गया है, जबकि गुजरात में 48 फीसदी जलभराव है.

मध्य भारत में अच्छी स्थिति

मध्य भारत के 28 जलाशयों की कुल क्षमता 48.588 BCM है, जिनमें से अब तक 28.726 BCM यानी लगभग 59 फीसदी पानी जमा हो चुका है. मध्य प्रदेश में जल स्तर 64.5 फीसदी है, उत्तर प्रदेश में 56 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 50 फीसदी, और उत्तराखंड में 38 फीसदी भंडारण हुआ है.

दक्षिण भारत में सबसे अधिक भराव

दक्षिण भारत के जलाशय फिलहाल सबसे बेहतर स्थिति में हैं. यहां की कुल क्षमता 54.939 BCM है, जिनमें से 38.327 BCM यानी लगभग 70 फीसदी पानी भर चुका है. तमिलनाडु के दो बड़े बांध पूरी तरह भर गए हैं. कर्नाटक में जलाशयों का स्तर 74 फीसदी, केरल और आंध्र प्रदेश में 60 फीसदी से ऊपर और तेलंगाना में 38 फीसदी भंडारण दर्ज हुआ है.

क्या खेती को मिलेगा फायदा?

पानी का भंडारण बढ़ने से खरीफ फसलों की बुवाई सही समय पर शुरू हो गई है. धान, मक्का, मूंग, सोयाबीन जैसी फसलें अब तेजी से आगे बढ़ रही हैं. जलाशयों में पर्याप्त पानी होने से किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे फसल की पैदावार बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि कुछ क्षेत्रों में ज्यादा बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बनने का भी खतरा है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच सकता है.

आने वाले दिन कैसे होंगे?

बंगाल की खाड़ी में एक नया मौसमी सिस्टम बन रहा है, जिससे अगले कुछ दिनों में और बारिश हो सकती है. इससे जलाशयों में और पानी आएगा, जो रबी फसलों के लिए भी लाभदायक साबित हो सकता है.

Published: 25 Jul, 2025 | 12:42 PM