MSP से बहुत कम धान का रेट, 1350 रुपये क्विंटल उपज बेच रहे किसान.. सरकारी दावे की खुली पोल

100 राइस मिलरों ने कस्टम मिलिंग के लिए सहमति दी है, लेकिन सोसाइटी अथॉरिटी स्लिप (SAS) और मिलर अथॉरिटी स्लिप (MAS) जारी न होने के कारण धान खरीद शुरू नहीं हो सकी है. जिले में अब तक 1,56,713 किसानों ने धान खरीद  के लिए पंजीकरण कराया है और प्रशासन ने 64 लाख क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य रखा है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 29 Dec, 2025 | 12:58 PM
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Odisha News: ओडिशा में धान खरीदी बहुत धीमी गति से हो रही है. इससे किसानों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. खास कर गंजाम जिले में धान खरीदी की रफ्तार बहुत कम है. ऐसे में तैयारियों को लेकर प्रशासन के दावों की पोल खुल रही है. जिले में 7 दिन के अंदर केवल 33 क्विंटल ही धान खरीदा गया है. हालांकि, जिला प्रशासन लगातार कहता रहा है कि खरीफ धान की खरीद के लिए पूरी तैयारी है और कोई भी पात्र किसान वंचित नहीं रहेगा. वहीं, कुछ किसान मजबूरी में व्यापारियों को 1,350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान बेच रहे हैं.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गंजाम जिले में 23 दिसंबर को धान की खरीद शुरू हुई है. इसके बाद पिछले 7 दिनों में सिर्फ तीन किसानों से कुल 33 क्विंटल धान ही खरीदा जा सका है. हालांकि, पिछले हफ्ते खनन और परिवहन मंत्री बिभूति भूषण जेना की मौजूदगी में हुई जिला स्तरीय बैठक में तय किया गया था कि इस बार धान खरीद पिछले साल से ज्यादा होगी. इसके लिए 366 पैक्स, 109 स्वयं सहायता समूह और एक पानी पंचायत को जिम्मेदारी दी गई है. इसके बावजूद पहले चरण में करीब 87 हजार किसानों को टोकन जारी  होने के बाद भी खरीद आगे नहीं बढ़ पाई.

1,56,713 किसानों ने धान खरीद के लिए पंजीकरण कराया

वहीं, 100 राइस मिलरों ने कस्टम मिलिंग के लिए सहमति दी है, लेकिन सोसाइटी अथॉरिटी स्लिप (SAS) और मिलर अथॉरिटी स्लिप (MAS) जारी न होने के कारण धान खरीद शुरू नहीं हो सकी है. जिले में अब तक 1,56,713 किसानों ने धान खरीद  के लिए पंजीकरण कराया है और प्रशासन ने 64 लाख क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य रखा है. दूसरी ओर, भंडारण की कमी के कारण कई किसान मजबूरी में अपना धान आंध्र प्रदेश के व्यापारियों को बेच रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, सख्त निगरानी के दावों के बावजूद पड़ोसी राज्य के व्यापारी वाहनों के साथ गांवों में पहुंचकर किसानों के घर से ही धान खरीद रहे हैं.

एमएसपी से कम रेट पर बेच रहे धान

रुषिकुल्या रैयत महासभा के सचिव सिमांचल नायक ने आरोप लगाया है कि जिले में अभी भी मजबूरी में धान बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बेगुनियापाड़ा, खलिकोटे और आसपास के इलाकों में किसानों को एमएसपी से कम रेट पर 1,350 रुपये प्रति क्विंटल तक में धान बेचना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की कि किसानों को नुकसान  से बचाने के लिए सभी मंडियां तुरंत खोली जाएं और SAS MAS बिना देरी जारी किए जाएं. हालांकि, जिला नागरिक आपूर्ति अधिकारी प्रद्युम्न राउत्रे ने इन आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने माना कि अब तक सिर्फ 33 क्विंटल धान की ही खरीद हो पाई है, लेकिन उनका कहना है कि SAS और MAS जारी किए जा रहे हैं और अगले दो दिनों में धान खरीद में तेजी आएगी.

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Published: 29 Dec, 2025 | 12:58 PM

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