देशभर में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो चुका है. उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक कई राज्यों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. कहीं यह बारिश गर्मी से राहत लाई, तो कहीं लोगों के लिए मुसीबत बन गई. मौसम विभाग के अनुसार, 30 जून से 3 जुलाई के बीच तेज हवाओं, आंधी, बिजली गिरने और भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा.
दिल्ली में दिन में छा गया अंधेरा
दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने बारिश के साथ राहत की सांस ली. सुबह से ही बादलों ने राजधानी को ढक लिया और दोपहर तक तेज बारिश ने गर्मी से बेहाल लोगों को राहत दी. हालांकि, कुछ इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही. आने वाले दिनों में भी हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है.
उत्तराखंड में आफत की बारिश
उत्तराखंड में मानसून ने तबाही मचाई है. देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, नैनीताल जैसे 9 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश के चलते राज्य सरकार ने सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है. चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. कई जगह बादल फटने की घटनाएं हुईं, और यमुनोत्री हाईवे का 20 मीटर हिस्सा बह गया. 24 से अधिक रास्ते बंद हो चुके हैं और कई गांवों का संपर्क टूट गया है.
यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ जलभराव की चपेट में
उत्तर प्रदेश में आज लगभग हर क्षेत्र में बारिश हो सकती है. कई जगहों पर बिजली गिरने और भारी बारिश की चेतावनी है. बारिश के चलते फसलों को नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है. बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे जलभराव और ट्रैफिक की समस्या बनी हुई है. मौसम विभाग ने निचले इलाकों में सतर्कता बरतने की अपील की है.
हिमाचल-जम्मू में हाई अलर्ट
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. प्रशासन ने लोगों को पहाड़ों की यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है. बिजली गिरने और नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका के चलते स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भी बारिश का असर
पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, त्रिपुरा, सिक्किम और ओडिशा में भी भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी दी गई है. दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी जोरदार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है.