शिवराज का पंजाब दौरा, बोले- अब 80 फीसदी सिंधु का पानी PAK को नहीं किसानों को मिलेगा

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब दौरे पर किसानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने सिंधु जल संधि पर भारत के फैसले को किसानों के हित में बताया.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 5 Jun, 2025 | 02:55 PM

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को एक दिन के लिए पंजाब का दौरान किया. उन्होंने पटियाला जिले में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. राजपुरा में ‘किसान चौपाल’ के दौरान मंत्री ने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले पर कहा कि देश का 80 फीसदी पानी पाकिस्तान जा रहा था, अब यह पानी जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों के लिए उपयोग होगा.

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं यहां सिर्फ भाषण देने नहीं, बल्कि किसानों से सीधे संवाद करने और जमीनी हालात समझने आया हूं. हमारा लक्ष्य खेत और प्रयोगशालाओं को जोड़ना होना चाहिए, ताकि किसानों को नए शोध का तुरंत फायदा मिल सके. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतियां ऑफिसों की एसी कमरों से नहीं, खेतों से बननी चाहिए. उन्होंने रिकॉर्ड कृषि उत्पादन के लिए किसानों और वैज्ञानिकों की सराहना भी की.

DSR तकनीक के लिए किसानों को किया प्रेरित

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने किसानों को ‘डायरेक्ट सीडेड राइस (DSR)’ तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे पानी की बचत होती है और मजदूरी का खर्च भी घटता है. साथ ही, उन्होंने किसानों से कीटनाशकों का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न करने की अपील की. वहीं, इस मौके पर पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने डीएपी खाद की कमी का मुद्दा उठाया.

पंजाब में 90,000 मीट्रिक टन खाद की जरूरत

उन्होंने कहा कि राज्य को करीब 90,000 मीट्रिक टन खाद की जरूरत है, लेकिन अब तक सिर्फ 38,000 से 39,000 मीट्रिक टन ही मिली है. उन्होंने पराली जलाने को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि हम अपनी धरती मां को आग के हवाले कर रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार से मुआवजा बढ़ाने की मांग की, ताकि पराली जलाने की घटनाएं और कम हों. उन्होंने कहा कि इस खरीफ सीजन में पराली जलाने की घटनाएं 86 फीसदी तक घट चुकी हैं.

राज्य सरकार से किसान काफी नाराज

केंद्रीय कृषि मंत्री का यह दौरा पंजाब में ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य सरकार के खिलाफ किसान काफी नाराज हैं. 20 मार्च को किसानों पर की गई सख्त कार्रवाई और शंभू व खनौरी मोर्चों को हटाने के बाद से कई किसानों की ट्रैक्टर-ट्रॉलीज़ गायब हो गई हैं, जिसको लेकर वे विरोध में हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री के दौरे के दौरान किसी भी संभावित विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.

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Published: 5 Jun, 2025 | 02:37 PM

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