जाल फसल तकनीक का करें खेती में इस्तेमाल, कीटों को दूर रखने में मिलेगी मदद

जाल फसल तकनीक (Trap Crop Technique) कीट प्रबंधन की पारंपरिक और सबसे ज्यादा असरदार तकनीक है. इस तकनीक में किसान मुख्य फसल के आस-पास एक दूसरी फसल उगाते हैं, जिन्हें जाल फसल कहा जाता है.

नोएडा | Published: 24 May, 2025 | 04:25 PM

किसानों की फसलें अकसर रोगों के संक्रमण या कीटों के आक्रमण से बर्बाद हो जाती हैं. साथ ही फसलों की ग्रोथ धीमी हो जाती है. ऐसे में न केवल फसलों के साथ साथ किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. इससे बचने के लिए किसान कई तरह की तकनीकों और तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसी ही एक तकनीक है जाल फसल तकनीक (Trap Crop Technique). इस तकनीक की मदद से किसान मुख्य फसल के साथ एक ऐसी फसल को उगाते हैं जो कि कीटों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. तो चलिए जानते हैं क्या है जाल फसल तकनीक और किस तरह ये कीटों को दूर रख फसलों का बचाव करते हैं.

क्या है जाल फसल तकनीक

जाल फसल तकनीक (Trap Crop Technique) कीट प्रबंधन की पारंपरिक और सबसे ज्यादा असरदार तकनीक है. इस तकनीक में किसान मुख्य फसल के आस-पास एक दूसरी फसल उगाते हैं. जिन्हें जाल फसल कहा जाता है. ये जाल फसलें कीटों को आकर्षित करने वाली फसलें होती हैं, जो कि कीटों को अपनी तरफ खींच लेती हैं और मुख्य फसल का बचाव करती हैं. इस तकनीक में कीट जाल फसलों की ओर आकर्षित होते हैं , जिसके बाद वे उसी जाल फसल पर अंडे देते हैं और वहीं उसी जाल फसल पर रुक जाते हैं. समय आने पर किसान जाल फसलों को हटा देते हैं या फिर कीटों पर कीटनाशक का इस्तेमाल कर उन्हें खत्म कर देते हैं. ऐसे में मुख्य फसल को किसान कीटों के आक्रमण से बचा लेते हैं.

क्या हैं इस तकनीक के फायदे

जाल फसल तकनीक की मदद से किसानों की कीटनाशकों को खरीदने वाली लागत में कमी आती है. इस तकनीक की खासियत है कि जैविक खेती में इस तकनीक का इस्तेमाल करना बेस्ट रहता है. साथ ही यह तकनीक पर्यावरण के लिहाज से भी अच्छी होती है. क्योंकि खेत में कीटों का आक्रमण नहीं हो पाता है इसलिए खेत की मिट्टी लंबे समय तक उपजाऊ बनी रहती है.

इन मुख्य फसलों के साथ लगाई जाती हैं जाल फसलें

बता दें कि कई फसलें ऐसी हैं जिनकी खेती में किसान जाल फसल तकनीक का इस्तेमाल करते हैं . जैसे कि कपास की फसल के साथ जाल फसल के रूप में अरहर की फसल लगाई जा सकती है. बता दें कि अरहर की ओर सफेद मक्खियां आकर्षित होती हैं. गोभी की फसल के साथ सरसों की फसल लगा सकते हैं. टमाटर की फसल के साथ गेंदे के फूल लगाए जा सकते हैं. भिंडी के साथ मक्का की खेती की जा सकती है और मिर्च की खेती के साथ सूरजमुखी को लगा सकते हैं.

इन कीटों को रोकते हैं जाल फसलें

अरहर की फसल सफेद मक्खी कीट को अपनी ओक आकर्षित करती है. सरसों की फसल हीरा कीट (Diamondback moth) को आकर्षित करती है. गेंदे के फूल फली छेदक कीट को अपनी ओर खींचते हैं. मक्की की फसल एफिड्स और सफेद मक्खी को आकर्षित करती है वहीं सूरजमुखी की फसल फली छेदक कीट को अपना ओर खींचती है.