मिलावट छोड़िए.. घर के आंगन में उगायें देसी हल्दी, सर्दी-जुकाम से लेकर कई बीमारियों में बनेगी रामबाण दवा

आजकल बाजार में देसी हल्दी मिलना मुश्किल हो गया है. जो हल्दी बाजार में मिलती है उसमें मिलावट की भरमार होती है. ऐसे में कुछ आसान टिप्स को फॉलो करके अपने घर की बाड़ी में ही शुद्ध देसी हल्दी उगाकर फायदा उठा सकते हैं. घर में उगाई हल्दी खाकर आप सेहतमंद भी रह सकते हैं.

किसान इंडिया डेस्क
नोएडा | Updated On: 12 Dec, 2025 | 03:36 PM

Turmeric Gardening tips: आजकल बाजार में देसी हल्दी मिलना मुश्किल हो गया है. अधिकतर हल्दी में मिलावट पाई जाती हैं. ऐसे में लोग अब अपने घर की बाड़ी में ही शुद्ध देसी हल्दी उगाकर, इसका फायदा उठा रहे हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि हल्दी की खेती को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती और एक बार लगाने के बाद पूरे साल की जरूरत पूरी हो जाती हैं.

सब्जी में अगर हल्दी न हो तो सब्जी बेस्वाद हो जाती हैं. स्वाद बढ़ाने के साथ हल्दी में आयुर्वेदिक प्रॉपर्टी भी होती है जो हमें अंदर से स्ट्रांग बनती है. लेकिन आज कल देसी हल्दी मिलना मुश्किल हो गया है, वही जो हल्दी बाजार में मिलती है उसमें मिलावट की भरमार होती है. ऐसे में इन आसान टिप्स को फॉलो करके अपने घर की बाड़ी में ही शुद्ध देसी हल्दी उगाकर फायदा उठा सकते हैं. घर में उगाई हल्दी खाकर आप सेहतमंद भी रह सकते हैं.

घर के आंगन में हल्दी उगाना हुआ आसान

बाजार में देसी हल्दी ढूंढना एक बड़ा टास्क हो गया है. मिलावट वाली हल्दी ही आसानी से मिलती है, ऐसे में हल्दी उगाकर ही देसी हल्दी प्राप्त की जा सकती है. हल्दी की खेती करना बेहद आसान है. आप अपने घर के आंगन में भी आसानी से हल्दी उगा सकते हैं. इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है साथ ही इसमें बीमारियां भी नहीं लगती हैं. मात्र एक पौधे से ही लगभग 1 किलो से अधिक हल्दी मिल जाती हैं.

देसी हल्दी है औषधीय गुणों से भरपूर

देसी हल्दी में कई औषधीय गुण होते हैं. इसमें एंटीबायोटिक प्रॉपर्टीज शामिल होती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है. जो सर्दी- जुकाम, खांसी और गले की खराश में असरदार होती है. इसका नियम से सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है.

कैसे करें हल्दी की रोपाई

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अपने आंगन में हल्दी लगाने वाले ग्रामीण किसान से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि सबसे पहले जहां हल्दी लगानी है उस जगह की अच्छी तरह जुताई या फावड़े से खुदाई कर लेनी चाहिए. फिर गड्ढे में हल्दी की गांठ डालकर उस पर सड़ी हुई गोबर की खाद डाल दे. जब यह बरसात के पानी से अच्छी तरह से भर जाएगा, तब हल्दी के पौधे को ज्यादा देखरेख की जरूरत नहीं पड़ेगी.

जैविक खाद से उगेगी हल्दी

हल्दी में आमतौर पर कोई बीमारी नहीं लगती क्योंकि इसमें जैविक खाद का उपयोग किया जाता है. ग्रामीण किसान कहते हैं “मैंने लगभग 20 से 30 पौधे लगाए हैं. एक बार लगाने के बाद इसमें ज्यादा देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है. हल्दी की जड़ ज्यादा फैलती है, इसलिए इसे गमले में नहीं लगना चाहिए. हर पौधे से तकरीबन 1 किलो से अधिक हल्दी मिल जाती है.”

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Published: 12 Dec, 2025 | 03:35 PM

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