Bihar Assembly Election 2025: बिहार में आगामी अक्तूबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. चुनावों से पहले नीतीश सरकार ने जनता के लिए अपने खजाने के दरवाजे खोल दिए हैं. बीते सप्ताह स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के मानदेय और वेतन में बढ़ोत्तरी की घोषणा की गई थी. जबकि, 5 शहरों में डेयरी प्लांट लगाने और कई फसलों को जीआई टैग पाने की लिस्ट में भी शामिल करने की घोषणा की गई है. अब सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि पाने वालों को अधिक राशि देने की घोषणा कर दी गई है और 1247 करोड़ से अधिक राशि पेंशनधारकों के खाते में ट्रांसफर भी कर दी गई है.
नीतीश कुमार ने जारी की सामाजिक सुरक्षा पेंशन की किस्त
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते कुछ सप्ताह से अपनी जनता पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं. यह इसलिए क्योंकि बीते कुछ सप्ताहों के दौरान जनहितैषी कार्यों को काफी तेज गति से पूरा किया गया है और वित्तीय मदद बढ़ाने की घोषणाएं की गई हैं. अब आज 10 अगस्त को मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 1.12 करोड़ से अधिक लाभार्थियों के खाते में 1247.34 करोड़ रुपये सीधा बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए गए हैं.
अब से लाभार्थियों को 1100 रुपये पेंशन देने की घोषणा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना स्थित अपने अणे मार्ग आवास से एक क्लिक के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि जारी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत प्रत्येक लाभार्थी को 1100 रुपये पेंशन के रूप में मिले हैं, जो बढ़ी हुई राशि की दूसरी किस्त है. अब से लाभार्थियों को 1100 रुपये पेंशन के रूप में देने की घोषणा की गई है.
जुलाई में भी पेंशन में ज्यादा पैसा दिया गया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते माह जुलाई में 1.11 करोड़ से ज्यादा सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों के बैंक खातों में बढ़ी हुई पेंशन राशि जारी की. इसके लिए सरकार को 1,227 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े. खास बात यह है कि प्रदेश में पहली बार 6 प्रमुख पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों को 400 रुपये की जगह 1,100 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलेगी.
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का बढ़ाया मानदेय
बिहार सरकार के आदेश के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय में 2000 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है. उन्हें अब हर महीने 1000 रुपये की जगह 3000 रुपये मिलेंगे. वहीं, ममता कार्यकर्ताओं को हर प्रसव के लिए 300 रुपये की जगह 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
चुनाव से जोड़कर देखी जा रहीं घोषणाएं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जुलाई से लगातार हर सप्ताह कोई न कोई बड़ी घोषणा कर रहे हैं. विपक्षी दल और राजनीतिक विश्लेषक सरकार के इन फैसले को आगामी विधानसभा चुनाव के नजरिए से देख रहे हैं. राज्य में अक्तूबर में चुनाव होने की संभावना है. इसके लिए मतादाता पुनरीक्षण कार्यक्रम भी राज्य में चल रहा है और इसको लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. जबकि, राजनीतिक दल भी वोटरों को अपनी ओर लुभाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं.