नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने शनिवार पालिका सेवा अधिकारी संस्थान में दो दिवसीय मैंगो फेस्टिवल ‘खास-ए-आम’ का उद्घाटन किया. इस मौके पर चहल ने कहा कि यह फेस्टिवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए विकसित भारत के विजन को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया है. एनडीएमसी का यह प्रयास किसानों को सशक्त बनाने, कृषि से जुड़े नए आइडियाज को बढ़ावा देने और देश की कृषि विविधता को सम्मान देने के लिए किया गया है. खास बात यह है कि इस मैंगो फेस्टिवल में देशभर से 500 से ज्यादा किस्मों के आम एक साथ प्रदर्शित किए गए हैं.
उन्होंने कहा यह आयोजन किसान समितियों, रिसर्च संस्थानों और विक्रेताओं को एक मंच पर लाकर आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूत करता है और एनडीएमसी की समावेशी और किसान-केंद्रित विकास की सोच को दर्शाता है. उद्घाटन के बाद चहल ने कहा कि इस आम महोत्सव में कुल 515 तरह के आम प्रदर्शित किए गए हैं, जिन्हें भारत के अलग-अलग राज्यों के किसानों ने उगाया है. एनडीएमसी ने इस तरह का आयोजन पहली बार किया है, जिसमें किसानों को अपने आम और आम से बने उत्पादों को दिखाने का एक खास मंच दिया गया है.
विकसित होगी सिंदूर नाम से आम की किस्म
कुलजीत सिंह चहल ने हा कि इस आम महोत्सव में देश के अलग-अलग आम अनुसंधान संस्थान हिस्सा ले रहे हैं. एक संस्थान के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि जल्द ही आम की एक खास किस्म विकसित की जाएगी, जिसका नाम ‘सिंदूर’ होगा. यह नाम ऑपरेशन सिंदूर की याद में रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि 515 भारतीय किस्मों के अलावा, कुछ विदेशी आम भी इस फेस्टिवल में प्रदर्शित किए जा रहे हैं. यहां कुछ संकर किस्मों को भी दिखाया गया है, जिन्हें उत्तर भारत और दक्षिण भारत की किस्मों को मिलाकर उगाया गया है. यह मैंगो फेस्टिवल भारत की अनेकता में एकता की झलक दिखाता है.
स्टॉल लगाकर विक्रेता बेच रहे आम
इस महोत्सव का सबसे खास आकर्षण 2.5 किलो वजन वाला आम ‘राजा वाला’ है, जिसे देखने के लिए लोग खास रुचि ले रहे हैं. इस आयोजन में दो सरकारी अनुसंधान संस्थानों द्वारा 515 आम की किस्में प्रदर्शित की गई हैं. साथ ही, 10 किसान समितियां और 25 आम विक्रेता अपने स्टॉल लगाकर आम और उनसे बने उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं.
250 किस्मों आम की किस्में प्रदर्शित
सरकारी रिसर्च संस्थान ICAR-CISH लखनऊ ने इस मैंगो फेस्टिवल में लगभग 250 किस्मों के आम प्रदर्शित किए हैं. इनमें प्रमुख किस्में हैं दशहरी, लंगड़ा, चौसा, मल्लिका, आम्रपाली, अंबिका, अमीगा, अरुणिका और कई अन्य संकर किस्में हैं. ICAR-IARI नई दिल्ली ने भी अपनी खास किस्में पेश की हैं, जिनमें पूसा लालिमा जैसी रंगीन किस्में शामिल हैं. फेस्टिवल में कुल 10 किसान समितियां और व्यक्तिगत किसान भाग ले रहे हैं. हर स्टॉल पर लगभग 100 से ज्यादा आम की किस्में देखी जा सकती हैं.