धान खरीद में बड़े घोटाले की आशंका.. जिनके पास नहीं थी खेती की जमीन उन्हें भी बांटे गए टोकन

बरगढ़ जिले के पनिमोरा गांव में धान खरीदी टोकन बांटने में भारी गड़बड़ी सामने आई है. असली किसानों को टोकन नहीं मिले, जबकि बिना जमीन और सिंचाई वाले लोगों को 65-65 क्विंटल के टोकन दिए गए. किसानों ने PACS अधिकारियों पर बिचौलियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 13 Jun, 2025 | 01:23 PM

ओडिशा के बरगढ़ जिले में धान खरीद में गड़बड़ी को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां के सोहेला ब्लॉक स्थित पनिमोरा गांव के किसानों ने स्थानीय प्राइमरी एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव सोसाइटी (PACS) पर धान खरीदी टोकन बांटने में भारी गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है.’जय किसान आंदोलन’ के बैनर तले किसानों ने गुरुवार को कलेक्टर को शिकायत दी.

किसानों का आरोप है कि कई ऐसे लोगों को 65 क्विंटल तक धान बेचने के टोकन मिल गए हैं, जिनके पास न तो खेती की जमीन है, न सिंचाई की सुविधा और न ही उन्होंने धान की खेती की है. वहीं असली किसान, जिनके पास जमीन और खेती के रिकॉर्ड हैं, उन्हें या तो बहुत कम मात्रा बेचने की अनुमति मिली है या फिर टोकन मिला ही नहीं. किसानों ने कहा कि उन्होंने रबी सीजन के लिए सभी जरूरी कागजातों के साथ रजिस्ट्रेशन किया था, इसके बावजूद उन्हें धान बेचने से वंचित रखा गया.

ऐसे लोगों को बांटे गए टोकन

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुसुर्दा गांव के रामकांत भोई और उमेश प्रधान के पास जमीन नहीं है, फिर भी उन्हें 65 क्विंटल के टोकन दिए गए और उन्होंने धान भी बेच दिया. पनिमोरा के शिवशंकर बेहरा के पास सिंचाई की सुविधा नहीं है, फिर भी उन्हें 63 क्विंटल का टोकन मिल गया. इसी तरह, अक्षय प्रधान और उनके पिता को एक ही डीप बोरवेल के बावजूद अलग-अलग 65-65 क्विंटल के टोकन दिए गए. उद्भव स्वैन के परिवार को भी चार टोकन मिले, जबकि उनके खेतों में सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है.

बिचौलियों के साथ मिलीभगत

‘जय किसान आंदोलन’ के महासचिव हरा बानिया ने कहा कि यह मामला साफ तौर पर असली किसानों को जानबूझकर बाहर कर फर्जी किसानों और दलालों को फायदा पहुंचाने का है. PACS के अधिकारी बिचौलियों के साथ मिलीभगत में हैं. जब तक इस गठजोड़ को खत्म नहीं किया जाएगा, किसानों का धान खरीद प्रणाली पर भरोसा लौटना मुश्किल है. पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी आदित्य गोयल से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए PACS अधिकारियों और घोटाले में शामिल दलालों पर सख्त कार्रवाई की अपील की. जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर ने मामले की जांच का भरोसा दिया है.

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Published: 13 Jun, 2025 | 01:12 PM

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