भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ती टेंशन के चलते बासमती चावल की कीमतों में इजाफा हुआ है. पिछले 15 दिनों के अंदर बासमती चावल की कीमतों में करीब 10 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, दोनों देशों के बीच टेंशन शुरू होने से पहले इसके रेट में लगातार गिरावट आ रही थी. बासमती के बड़े निर्यातकों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते वेस्ट एशियाके खरीदारों ने भारत से खरीद बढ़ा दी है. खास बात यह है कि भारत के बाद पाकिस्तान ही विश्व में बासमती चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है.
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टेंशन के चलते घरेलू मार्केट में भी असर देखने को मिल रहा है. सबसे ज्यादा खपत वाली किस्म 1509 परबॉयल्ड बासमती की थोक कीमत 53 रुपये से बढ़कर 59 रुपये प्रति किलो हो गई है. वहीं, बिरयानी बनाने में इस्तेमाल होने वाले स्टीम बासमती चावल की कीमत 62-63 रुपये से बढ़कर 69 रुपये प्रति किलो हो गई है. रिटेल में सेल्ला किस्म 75 रुपये प्रति किलो और प्रीमियम बिरयानी वाली किस्म 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है.
खरीदार पाकिस्तान की ओर शिफ्ट हो गए
पिछले साल सितंबर में भारत सरकार ने लोकल सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य तय कर दिया था, जिससे विदेशी खरीदार पाकिस्तान की ओर शिफ्ट हो गए थे. हालांकि बाद में सरकार ने यह कैप हटा दिया, लेकिन तब तक खरीदारों ने पाकिस्तान से ऑर्डर दे दिए थे. इससे देश में बासमती चावल की अधिक सप्लाई हो गई और कीमतें गिरने लगीं. अब तनाव बढ़ने की आशंका के चलते विदेशी खरीदार दोबारा भारत से बासमती की खरीद कर रहे हैं.
15 दिन में इतनी फीसदी बढ़ी कीमत
हरियाणा के बासमती निर्यातक एलआरएनके के डायरेक्टर गौतम मिगलानी ने कहा कि पिछले 15 दिनों में बासमती की कीमतें 8 से 10 फीसदी तक बढ़ी हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में दोनों देशों के बीच जारी टेंशन से डर का माहौल बन गया है. खरीदारों को आशंका है कि भारत-पाक के बीच तनाव से सप्लाई बाधित हो सकती है, जिससे कीमतें और बढ़ सकती हैं. इसके कारण मिडल ईस्ट के खरीदार भारत से तेजी से आयात कर रहे हैं.
ये देश खरीद रहे हैंं बासमती चावल
निर्यातकों के अनुसार, सऊदी अरब, ईरान और यमन जैसे देश भारत से बड़ी मात्रा में बासमती चावल खरीद रहे हैं. वहीं, अमेरिका के खरीदार भी भारतीय मार्केट में एक्टिव हैं, ताकि ट्रंप टैरिफ की 90 दिन की समयसीमा खत्म होने से पहले वे स्टॉक जमा कर सकें. कोलकाता की राइसविला ग्रुप के सीईओ सुरज अग्रवाल का कहना है कि ईरान ने अभी 50,000 टन बासमती चावल खरीदने का टेंडर जारी किया है, जिससे व्यापार में एक पॉजिटिव माहौल बना है.