हर साल जैसे ही मई का महीना आता है, बाजार में दही, छाछ और आइसक्रीम की मांग तेज हो जाती है. लेकिन इस बार मौसम ने अपनी पुरानी आदतें बदल दी हैं. हल्की गर्मी और समय से पहले बरसी बारिश ने न सिर्फ लोगों को राहत दी है, बल्कि डेयरी उत्पादों की बिक्री पर भी ब्रेक लगा दिया है. बड़े ब्रांड्स, जो गर्मियों में आइसक्रीम और ठंडे डेयरी प्रोडक्ट्स से मोटा मुनाफा कमाते हैं, उन्हें अब अपने अनुमान घटाने पड़ रहे हैं.
जहां हर साल मई-जून में दही, छाछ और आइसक्रीम की बिक्री आसमान छूती है, वहीं इस बार बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है. मदर डेयरी और हेरिटेज फूड्स जैसी बड़ी कंपनियों को अपने बिक्री अनुमान में 10% तक की कटौती करनी पड़ी है.
कम गर्मी = कम आइसक्रीम
मदर डेयरी के एमडी मनीष बैंडलिश मीडिया से बात करते हुए बताया कि, “सीजन की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में मौसम में आए बदलावों ने बिक्री को धीमा कर दिया.” लहालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि कंपनी ऐसे मौसमीय बदलावों के लिए तैयार रहती है और बाकी साल के लिए उन्हें अब भी अच्छे सीजन की उम्मीद है.
बारिश से नुकसान भी, फायदा भी
एफई की रिपोर्ट के अनुसार हेरिटेज फूड्स के सीईओ श्रीदीप केशवन बताते हैं कि बारिश ने भले ही आइसक्रीम और दही जैसी चीजों की मांग को घटा दिया हो, लेकिन इसके कारण दूध उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद है. उन्होंने कहा, “अच्छी बारिश से हरे चारे की आपूर्ति बेहतर होगी, जिससे जानवरों की सेहत और दूध उत्पादन दोनों में सुधार होगा.”
क्या कहते हैं आंकड़े?
- मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में 65% से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी के साथ दूध और डेयरी उत्पादों की सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता है.
- इस क्षेत्र में रोजाना करीब 10.5 लाख लीटर दूध की आपूर्ति होती है, जिसमें अमूल और मदर डेयरी का 70% हिस्सा है.
- भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 1 मार्च से 21 मई 2025 तक देशभर में औसत से 10% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
साल की शुरुआत धीमी, लेकिन उम्मीद बाकी
जहां गर्मी की कमी से बाजार थोड़ी देर के लिए सुस्त पड़ गया है, वहीं विशेषज्ञों को उम्मीद है कि मानसून की अच्छी बारिश से दूध उत्पादन बेहतर होगा और कीमतें भी स्थिर रहेंगी.