गन्ना मूल्य पर गरमाया किसान आंदोलन, सरकार की पेशकश ठुकराई.. 26 चीनी मिलें ठप और यातायात बाधित

आंदोलनकारियों का समर्थन कर रहे नेताओं ने गन्ना मूल्य बढ़ोत्तरी के मामले पर किसानों के लिए नहीं बोलने पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है. किसानों ने कहा कि किसानों के लिए अब राहुल गांधी का न्याय कहां है. वहीं, राज्य सरकार की पेशकश को किसानों ने ठुकरा दिया है.

रिजवान नूर खान
नई दिल्ली | Updated On: 5 Nov, 2025 | 11:42 AM

Farmers Protest Belagavi Karnataka: गन्ना मूल्य बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर कर्नाटक के बेलगावी में दो दिनों से किसान आंदोलित हैं. आंदोलन का हिस्सा बने कई किसान संगठनों ने राज्य के किसानों की उपेक्षा करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं देने का आरोप लगाया है. भाजपा किसान मोर्चा ने आंदोलन को समर्थन दिया है. आंदोलनकारियों ने अब एमएसपी मुद्दे पर किसानों के लिए नहीं बोलने पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है. किसानों ने कहा कि किसानों के लिए अब राहुल गांधी का न्याय कहां है. बता दें कि कर्नाटक में सीएम रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है.

गन्ना मूल्य बढ़ोत्तरी को लेकर आंदोलित हैं किसान

कर्नाटक के बेलगावी जिले में अपनी गन्ना उपज के लिए प्रति टन (10 क्विंटल) 3500 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर गन्ना किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. हसीरू सेने किसान संघ के बैनर तले किसानों बेलगावी जिले के गुरलापुर गांव के पास पिछले कई दिन से राज्य सरकार से गन्ने के लिए राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) की घोषणा करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी किसानों ने राज्य सरकार से महाराष्ट्र के चीनी भुगतान मॉडल को अपनाने का आग्रह किया है. किसानों कहना है कि इस मॉडल से गन्ना उत्पादकों के लिए व्यवस्थित और समयबद्ध भुगतान पक्का होता है.

कई शहरों तक फैला किसान आंदोलन

गन्ने के लिए राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) की मांग को लेकर शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन अब अथानी, चिक्कोडी, हुक्केरी, बैलहोंगल, मुदलागी, गोकक और आसपास के इलाकों में फैल गया है. बेलगावी के गोकक कस्बे में आंदोलन ने एक नया मोड़ ले लिया जब छात्रों ने किसानों के साथ मिलकर प्रमुख चौराहों पर सड़क जाम कर दी. इससे बेलगावी, सवादट्टी, मुदलागी और यारागट्टी को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर यातायात बाधित हो गया.

गन्ना मूल्य पेशकश को किसानों ने ठुकराया

आंदोलनकारी किसानों को शांत करने के लिए सरकार की सहमति के बाद चीनी मिलों ने 3200 रुपये प्रति टन भाव देने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन किसानों इसे अस्वीकार कर दिया है. इस आंदोलन के कारण क्षेत्र की 26 चीनी मिलों में कामकाज ठप हो गया है और प्रदर्शनकारी अपनी मांग से कम पर समझौता नहीं करने को लेकर अड़े हुए हैं. किसानों की भारी संख्या में भीड़ जुटने के कारण मुदलागी में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे.

भाजपा ने किसान आंदोलन का समर्थन किया

इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने धरना स्थल पर पहुंचकर अपनी पार्टी की ओर से किसानों के प्रति समर्थन जताया. विजयेंद्र ने राज्य की कांग्रेस सरकार से गन्ना उत्पादकों की उचित मांगों पर ध्यान देने की अपील की. शिकारीपुरा विधायक विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस सरकार के उदासीन रवैये के कारण आज गन्ना उत्पादक और किसान सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हम सड़क पर उतरकर उनके आंदोलन का समर्थन करने के लिए मजबूर हैं. यही कारण है कि मैं यहां आया हूं.

किसान आंदोलन पर राहुल गांधी की चुप्पी पर भाजपा ने सवाल उठाए

वरिष्ठ भाजपा नेता और विपक्ष के नेता आर अशोक ने राहुल गांधी को मुद्दे में घसीटते हुए उनसे पूछा है कि कर्नाटक के किसानों के लिए किसान न्याय कहां है? और उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर किसान विरोधी ने का आरोप लगाया. विभिन्न किसान संगठनों, विपक्षी भाजपा, छात्रों और अन्य लोगों ने बेलगावी, बागलकोट, हावेरी जैसे उत्तरी कर्नाटक के कई जिलों में फैले किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया.

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Published: 5 Nov, 2025 | 11:35 AM

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