उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने के संकल्प के साथ लगातार काम कर रही है. इसी का असर है कि प्रदेश में फल और सब्जी उत्पादन में पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी देखी गई है. आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में फल और सब्जियों की खेती के क्षेत्रफल और उत्पादन दोनों में 150 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
कितनी बढ़ी खेती और उत्पादन?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2016-17 में फल उत्पादन का क्षेत्रफल 4.75 लाख हेक्टेयर और सब्जियों का 12.56 लाख हेक्टेयर था. वहीं, साल 2024-25 में यह बढ़कर फल के लिए 5.92 लाख हेक्टेयर और सब्जी के लिए 14.85 लाख हेक्टेयर हो गया है. उत्पादन की बात करें तो फल उत्पादन 105 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 170.95 लाख मीट्रिक टन और सब्जी उत्पादन 278 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 423.54 लाख मीट्रिक टन हो गया है.
कुल मिलाकर प्रदेश में 3.46 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल और 211 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो किसानों की मेहनत और सरकार की नीतियों का मिलाजुला परिणाम है.
किसानों को मिल रही है उच्च गुणवत्ता की पौध सामग्री
प्रदेश के उद्यान एवं कृषि विपणन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि सरकार किसानों को उच्च गुणवत्ता के फल और सब्जी की पौध दे रही है. इससे न केवल उत्पादकता बढ़ी है, बल्कि किसानों की फसल की गुणवत्ता भी सुधरी है.
नई तकनीकों से तैयार पौध, समय पर आपूर्ति, और फसल सुधार कार्यक्रमों के जरिए किसानों को सशक्त किया जा रहा है.
तकनीकी सहायता और प्रशिक्षण से मिला फायदा
योगी सरकार सिर्फ बीज और पौध नहीं दे रही, बल्कि किसानों को स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण, तकनीकी मार्गदर्शन, और नई कृषि तकनीकों की जानकारी भी दी जा रही है. इससे खेती पहले से ज्यादा वैज्ञानिक और लाभदायक बन रही है. सरकार का उद्देश्य है कि टेक्नोलॉजी और नवाचार के जरिए किसानों की आय को तेजी से बढ़ाया जाए.
आय दोगुनी करने की दिशा में मजबूत कदम
योगी सरकार की यह पहल दर्शाती है कि प्रदेश में खेती अब परंपरागत ढर्रे से निकलकर आधुनिक और मुनाफेदार बन रही है. सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश का किसान आत्मनिर्भर बने और उसकी आमदनी में ठोस सुधार हो.
सरकार की योजनाएं न सिर्फ खेती को मजबूत बना रही हैं, बल्कि किसानों को भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार कर रही हैं.