गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए आज आखिरी मौका, पशुपालक जल्दी करें आवेदन और पाएं राष्ट्रीय सम्मान

पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में काम करने वाले किसानों, दुग्ध सहकारी समितियों, एफपीओ और AI तकनीशियनों के लिए यह सुनहरा मौका है. राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2025 में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा. आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2025 है.

नोएडा | Published: 14 Sep, 2025 | 05:17 PM

अगर आप पशुपालन या डेयरी से जुड़े हैं और अपने काम में कुछ अलग व बेहतरीन कर रहे हैं, तो अब आपको अपना नाम पूरे देश में रोशन करने का मौका मिल रहा है. केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2025 की घोषणा की गई है. यह पुरस्कार उन किसानों, डेयरी समितियों, एफपीओ और AI तकनीशियनों को दिया जाएगा जो अपने क्षेत्र में शानदार योगदान दे रहे हैं. सम्मान पाने के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी बनेगी.

क्या है राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार?

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है. इसका उद्देश्य ऐसे लोगों को सम्मानित और प्रोत्साहित करना है, जो दुग्ध उत्पादन, पशुधन विकास, नस्ल सुधार और कृत्रिम गर्भाधान (AI) जैसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं. यह पुरस्कार हर वर्ष तीन प्रमुख श्रेणियों में प्रदान किया जाता है- (1) व्यक्तिगत किसान/पशुपालक, (2) दुग्ध सहकारी समितियां/एफपीओ और (3) एआई तकनीशियन. यह पुरस्कार न केवल पहचान दिलाता है, बल्कि देशभर में दूसरों को भी प्रेरित करता है कि वे पशुपालन क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करें.

किसे मिल सकता है यह पुरस्कार?

यह पुरस्कार उन लोगों और संस्थाओं को दिया जाता है जो अपने क्षेत्र में नवाचार, जागरूकता और गुणवत्ता सुधार के लिए काम कर रहे हैं. जैसे-

  • जो किसान नई तकनीक से पशुओं की देखभाल कर रहे हैं.
  • जिनकी गाय-भैंसों से अच्छी दूध उत्पादन क्षमता है.
  • जो AI तकनीशियन बेहतर नस्ल तैयार करने में कुशल हैं.
  • जो दुग्ध सहकारी समितियां किसानों की आमदनी बढ़ा रही हैं.
  • जो FPO (किसान उत्पादक संगठन) संगठित तरीके से डेयरी उद्योग को बढ़ावा दे रहे हैं.

आवेदन की आखिरी तारीख और प्रक्रिया

यदि आप राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो ध्यान रखें कि नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2025 है. आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है. इसके लिए http://awards.gov.in वेबसाइट पर जाएं, National Gopal Ratna Award 2025 पर क्लिक करें, अपनी श्रेणी चुनें (किसान, समिति, या AI तकनीशियन) और फॉर्म भरें. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करके सबमिट करें. आवेदन प्रक्रिया सरल है और किसी सहायता के लिए वेबसाइट पर गाइडलाइन और FAQs मौजूद हैं. यह एक सुनहरा मौका है अपनी मेहनत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का.

पुरस्कार में क्या मिलेगा?

राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान पाना किसी भी किसान, संस्था या तकनीशियन के लिए गर्व की बात होती है. गोपाल रत्न पुरस्कार के विजेताओं को न केवल प्रमाण पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार दिया जाता है, बल्कि उन्हें दिल्ली में एक खास समारोह में सम्मानित भी किया जाता है. नकद राशि हर साल अलग-अलग श्रेणियों के अनुसार तय होती है. इस सम्मान के बाद विजेताओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता भी दी जाती है. यह पुरस्कार न केवल उनकी मेहनत की सराहना करता है, बल्कि उनके कार्य को राष्ट्रीय पहचान देकर दूसरों को भी प्रेरित करता है.

क्यों जरूरी है यह पुरस्कार?

भारत में लाखों किसान और पशुपालक दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उनकी पहचान सीमित रह जाती है. राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार जैसे मंच उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का काम करते हैं. इससे प्रेरणा मिलती है कि अच्छा काम करने से पहचान जरूर मिलती है. अन्य किसानों और संस्थाओं को भी सीखने और सुधार का मौका मिलता है. यह पुरस्कार ग्रामीण भारत की असली ताकत किसानों और पशुपालकों को सामने लाने का माध्यम है.