पेराई सीजन से पहले हरियाणा ने गन्ना मूल्य बढ़ाकर पेश की नजीर, जानें किस राज्य में कितना गन्ना मूल्य

प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों की सूची में हरियाणा का नंबर 5 से भी नीचे है. लेकिन, राज्य ने अपने किसानों को देश में सर्वाधिक मूल्य देने के इरादे से भाव में बढ़ोत्तरी कर दी है. इसके साथ ही अन्य राज्यों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे भी अपने किसानों को गन्ने का बढ़ा हुआ मूल्य दें.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 21 Oct, 2025 | 04:15 PM

गन्ना पेराई सीजन 1 नवंबर से शुरू होने जा रहा है. इससे पहले ही हरियाणा सरकार ने दीवाली का तोहफा देते हुए गन्ना किसानों के लिए गन्ना मूल्य को बढ़ाने की घोषणा कर दी है. इस घोषणा के साथ ही देश में सबसे ज्यादा गन्ना मूल्य देने वाला राज्य हरियाणा बन गया है. जबकि, हरियाणा प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों की सूची में 5वें नंबर से भी पीछे है. ऐसे ने अन्य गन्ना उत्पादक राज्यों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे भी अपने किसानों को गन्ने का बढ़ा हुआ मूल्य दें, खासकर यह सही मौका है जब नया पेराई सीजन शुरू होने में बस कुछ दिन ही शेष बचे हैं. वहीं, भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक, राष्ट्रीय किसान मजदूर यूनियन समेत अन्य किसान संगठनों ने गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी की मांग की है. किसान नेता कैलाश लांबा ने किसान इंडिया से बात करते हुए कहा कि पेराई सीजन शुरू होने से पहले अगर राज्य सरकार दाम बढ़ाने पर फैसला नहीं लेती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

हरियाणा सरकार ने दीपावली से एक दिन पहले 19 अक्टूबर को गन्ना मूल्य बढ़ाने की घोषणा की है. यहां किसान लंबे समय से मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे थे. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने भी गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग की थी. मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गन्ना मूल्य बढ़ाते हुए अगेती और पिछेती किस्मों का नया रेट जारी कर दिया है. राज्य सरकार के बयान के अनुसार गन्ना की अगेती किस्मों के लिए किसानों को 400 रुपये प्रति क्विंटल भाव से बढ़ाकर 415 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. जबकि, देर से पकने वाली यानी पिछेती गन्ना किस्मों का दाम 393 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 408 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. गन्ना का सर्वाधिक मूल्य 415 रुपये क्विंटल देने वाला हरियाणा पहला राज्य बन गया है.

haryana sugarcane price hike

हरियाणा ने गन्ना मूल्य बढ़ाया है.

देश में गन्ना उत्पादन और प्रमुख राज्य

चीनी उद्योग के शीर्ष निकाय इस्मा (ISMA) के अनुसार 2025-26 शुगर सीज़न के लिए शुगर प्रोडक्शन अनुमान 349 लाख टन उत्पादन का है. सर्वाधिक गन्ना उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु और केरल है. यह राज्य चीनी उत्पादन में भी आगे हैं. देश में गन्ने का कुल उत्पादन लगभग 2500 लाख टन होता है. जबकि, इस्मा के अनुसार चीनी का कुल 350 लाख टन होता है. देश के गन्ना उत्पादन में करीब 40 फीसदी योगदान उत्तर प्रदेश का रहता है. महाराष्ट्र का करीब 20 फीसदी योगदान होता है. जबकि, तमिलनाडु की 10 फीसदी हिस्सेदारी होती है. बाकी कर्नाटक, केरल, बिहार, पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्यों की हिस्सेदारी होती है.

केंद्र ने कितना तय किया है गन्ना मूल्य

केंद्रीय कैबिनेट ने अप्रैल महीने में 2025-26 सीजन के लिए गन्ना के भाव यानी उचित एवं लाभकारी मूल्य या एफआरपी बढ़ाने की घोषणा की थी. कैबिनेट ने गन्ना किसानों को राहत देते हुए गन्ना मूल्य को बढ़ाकर 355 रुपये प्रति क्विंटल किया था. जबकि, उससे पहले यानी 2024-25 सीजन के लिए 340 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य ही किसानों के लिए तय किया गया था.

राज्यों में गन्ना मूल्य

उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य

उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है और यहां के किसानों को योगी सरकार 370 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है. राज्य सरकार ने बीते सीजन की शुरूआत में ही गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी का ऐलान किया था.

महाराष्ट्र में गन्ना मूल्य

देश का दूसरा सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य महाराष्ट्र अपने किसानों को 355 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य देता है. हालांकि, 1 नवंबर से शुरू हो रहे नए पेराई सीजन के लिए उम्मीद की जा रही है राज्य सरकार 10 रुपये की बढ़ोत्तरी कर सकती है.

पंजाब में गन्ना मूल्य

पंजाब में गन्ना किसानों को राज्य सरकार ने 2024-25 पेराई सीजन में 401 रुपये मूल्य दिया है. नए पेराई सीजन में किसानों को उम्मीद है कि राज्य सरकार गन्ने का भाव बढ़ाएगी.

उत्तराखंड में गन्ना मूल्य

उत्तराखंड में गन्ना किसानों को पेराई सीजन 2024-25 में 375 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य मिला है. किसानों को नए पेराई सीजन में दाम बढ़कर मिलने की उम्मीद है.

दक्षिण भारतीय राज्यों में गन्ना मूल्य

साउथ के राज्य तमिलनाडु कर्नाटक और केरल देश के प्रमुख गन्ना और चीनी उत्पादक राज्यों की सूची में हैं. लेकिन, तीनों राज्यों में किसानों को गन्ना का मूल्य केंद्र की ओर से तय 355 रुपये प्रति क्विंटल मिलता है. हालांकि, सीजन के दौरान गन्ने की अधिकता के चलते किसान 250 रुपये से 280 रुपये प्रति क्विंटल तक भाव पर अपना गन्ना बेचने को मजबूर होते हैं.

हरियाणा ने सर्वाधिक गन्ना मूल्य बढ़ाकर अन्य राज्यों के लिए नजीर पेश की है कि वे भी अपने राज्यों के किसानों को अधिकतम गन्ना मूल्य दें.

top sugarcane producers states

गन्ना उत्पादक राज्य.

किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव ने आंदोलन की चेतावनी दी

राष्ट्रीय किसान मजदूर यूनियन के उत्तर प्रदेश महासचिव कैलाश लांबा ने ‘किसान इंडिया’ से बातचीत ने कहा कि किसान लंबे समय से गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी की मांग कर रहे हैं. मिलें भी समय पर भुगतान नहीं करती हैं. इसको लेकर बिजनौर जिला कलेक्ट्रेट में 5 हजार किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया था और सीएम योगी के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा था. उन्होंने कहा कि पेराई सीजन शुरू होने में कुछ दिन ही बचे हैं. ऐसे में अगर राज्य सरकार मूल्य बढ़ाने को लेकर जल्दी निर्णय नहीं लेती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने बिजनौर के इलाके में गुलदारों के हमलों से मरने वालों को मुआवजा राशि बढ़ाकर देने की भी मांग की है.
इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने भी गन्ना किसानों को अधिक मूल्य दिए जाने की मांग राज्य सरकार से की है.

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Published: 21 Oct, 2025 | 04:01 PM

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