Egg Price Hike: अचानक महंगा हुआ अंडा, 8 रुपये पीस हुई कीमत.. रेट में और हो सकती है बढ़ोतरी

सर्दी शुरू होते ही विशाखापट्टनम में अंडों की मांग बढ़ गई है, जिससे कीमतें 7 से 8 रुपये तक पहुंच गई हैं. देसी अंडे 20 रुपये में बिक रहे हैं. बेकरी, घरों और पड़ोसी राज्यों की मांग बढ़ने, साथ ही पोल्ट्री लागत बढ़ने से बाजार में अंडे लगातार महंगे हो रहे हैं.

नोएडा | Updated On: 18 Nov, 2025 | 05:44 PM

Egg Price Hike: सर्दी की दस्तक के साथ ही मार्केट में अंडे की डिमांड बढ़ गई है. इससे कीमतों पर असर पड़ा है. यानी अब अंडे महंगे हो गए हैं. खास कर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में अंडे की कीमतों में कुछ ज्यादा ही बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. कहा जा रहा है कि विशाखापट्टनम में अब एक अंडा 7 से 8 रुपये में मिल रहा है, जबकि देसी अंडों की मांग दोगुनी हो गई है. वहीं, व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में अंडे की मांग और बढ़ेगी. इससे कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, विशाखापट्टनम कुछ दुकानदार देसी अंडे 15 से 20 रुपये तक बेच रहे हैं. कारोबारियों का कहना है कि घरों और बेकरी में इस्तेमाल बढ़ने से मांग बढ़ी है. आंध्र प्रदेश देश के कुल अंडा उत्पादन  का लगभग 20 फीसदी देता है और रोज 5 करोड़ से ज्यादा अंडे बनाता है. अभी होलसेल रेट 640 रुपये प्रति 100 अंडे है, लेकिन दुकानदार अलग-अलग वजहें बताकर 7 से 8 रुपये प्रति अंडा ले रहे हैं. हालांकि, विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में उत्पादन बढ़ेगा, जिससे कीमतें कम हो सकती हैं. उधर, ओडिशा, बंगाल और छत्तीसगढ़ से मांग बढ़ने की वजह से दूसरे राज्यों को भेजा जाने वाला माल भी बढ़ गया है.

इस वजह से बढ़ गई अंडे की खपत

विजाग के अंडा विक्रेता के नायडू के मुताबिक, इस बार सर्दियों में अंडे की मांग युवाओं, बच्चों और बेकरी की वजह से जल्दी बढ़ गई है. दुकानों पर एक अंडा 8 रुपये में मिल रहा है, जबकि देसी अंडा  कम उपलब्ध होने और ज्यादा मांग के कारण 20 रुपये तक बिक रहा है. बेकरी वालों का कहना है कि दिसंबर से जनवरी के बीच केक ऑर्डर सबसे ज्यादा आते हैं, इसलिए इसी समय अंडों की खपत बढ़ जाती है. तैयारियां नवंबर के आखिर से ही शुरू हो जाती हैं, जिससे मांग और बढ़ जाती है.

क्या कहते हैं पोल्ट्री किसान

पिछले हफ्ते तापमान गिरने के साथ ही अंडों की मांग तेजी से बढ़ गई है, जबकि उत्पादन पहले जैसा ही है. पोल्ट्री किसानों का कहना है कि चारे और दवाइयों के दाम बढ़ने से उनकी लागत भी बढ़ गई है, जिसके कारण बाजार में अंडे महंगे हो गए हैं. इस समय आंध्र प्रदेश में देसी अंडों  की भारी कमी है, जिन्हें उनकी क्वालिटी और ज्यादा प्रोटीन के लिए जाना जाता है. उपभोक्ता वी. गणेश ने भी कहा कि पिछले कुछ दिनों से सब्जियों और अंडों दोनों के दाम बढ़ते जा रहे हैं.

Published: 18 Nov, 2025 | 05:39 PM

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