Bee Keeping: एक बार शुरू करो.. सालभर आती रहेगी कमाई, फसल भी देगी ज्यादा उत्पादन

Bee Farming: मधुमक्खी पालन से हर साल कमाई बढ़ेगी, शहद उत्पादन और परागण से फसलें भी बेहतर होंगी. इतना ही नहीं कम खर्च में ज्यादा मुनाफा मिलेगा.

धीरज पांडेय
नोएडा | Published: 13 Jun, 2025 | 09:00 AM
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अगर आप खेती से कमाई बढ़ाना चाहते हैं तो बस एक बार हिम्मत करके शुरुआत कर लीजिए. मधुमक्खी पालन यानी बी-कीपिंग एक ऐसा जरिया है, जिससे हर साल आपकी आमदनी भी बढ़ेगी और फसलों का उत्पादन भी ज्यादा होगा. एक तरफ शुद्ध शहद की कमाई, दूसरी तरफ फसलों की उपज में इजाफा. यही वजह है कि देशभर में किसान तेजी से मधुमक्खी पालन की ओर बढ़ रहे हैं.

शहद के साथ फसलों का भी दोस्त है मधुमक्खी

मधुमक्खी केवल शहद ही नहीं बनाती, बल्कि फसलों में परागण (पोलिनेशन) कर उत्पादन को भी बढ़ाती है. उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के मुताबिक, लीची, नींबू, अमरूद, बेर, आड़, सेब, दालें और तिलहन फसलों में परागण के बाद दानों का वजन और पौष्टिकता दोनों ही बेहतर हो जाती है. इसका सीधा फायदा किसानों की आमदनी पर पड़ता है.

शहद सिर्फ मिठास नहीं, सेहत भी है

शहद को सुपरफूड भी कहा जाता है. इसमें 17-18 फीसदी पानी, करीब 42 फीसदी फ्रक्टोज, 35 फीसदी ग्लूकोज, प्रोटीन, मिनरल्स और कई तरह के विटामिन्स जैसे विटामिन-सी, बी, फॉलिक एसिड, साइट्रिक एसिड मौजूद रहते हैं. यही वजह है कि इसका उपयोग दवा से लेकर कॉस्मेटिक तक में किया जाता है. बाजार में शुद्ध शहद की मांग लगातार बढ़ती जा रही है.

कब और कैसे करें मधुमक्खी पालन की शुरुआत

मैदानी इलाकों में अक्टूबर से फरवरी का समय मधुमक्खी पालन शुरू करने के लिए सबसे अच्छा होता है. शुरुआत में प्रति मौन वंश (Bee Colony) तैयार करने में करीब 2450 रुपये का खर्च आता है. पहले साल में एक मौन वंश से 20-25 किलो शहद का उत्पादन संभव है. वहीं, दूसरे साल से लागत घट जाती है और उत्पादन बढ़कर 35-40 किलो तक पहुंच जाता है.

शहद निकालने का आधुनिक तरीका

अब शहद निकालने के लिए आधुनिक उपकरण आते हैं, जिनसे अंडों और बच्चों के चेम्बर को नुकसान नहीं होता. फ्रेम से शहद को निकालकर वापस मधुमक्खियों के लिए रख दिया जाता है. मौसम के हिसाब से फिर से शहद उत्पादन शुरू हो जाता है. इससे मधुमक्खियों की आबादी भी बनी रहती है और उत्पादन भी लगातार होता है.

खर्च कम, कमाई तगड़ी

मधुमक्खी पालन से पहले ही साल एक मौन वंश (Bee Colony) 2000 से 2500 रुपये तक की आय हो जाती है. दूसरे साल से हर साल करीब 3500 से 4000 रुपये तक की कमाई हो सकती है. अगर आप ज्यादा मौन वंश (Bee Colony) की खेती कर रहें है तो यह कमाई और भी ज्यादा हो सकती है. यही नहीं, फसलों का उत्पादन बढ़ने से अतिरिक्त फायदा भी होता है. यानी एक बार शुरुआत कीजिए, फिर कमाई रुकने का नाम नहीं लेगी.

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Published: 13 Jun, 2025 | 09:00 AM
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