बरसात में टमाटर की खेती हो सकती है फायदे का सौदा, बुवाई से कमाई तक जान लें सारा गणित

वैसे तो टमाटर की फसल को ज्यादा देखभाल की जरुरत नहीं होती है. लेकिन फिर भी कुछ बातों का खयाल रखना बहुत जरुरी है. आमतौर पर देखा गया है कि फलों के वजन से टमाटर के पौधे झुकने लगते हैं

नोएडा | Updated On: 17 Jul, 2025 | 10:37 PM

आज बदलते समय के साथ खेती में भी नए-नए प्रयोग हो रहे हैं. किसान खेती से अच्छी कमाई करने के लिए पारंपरिक खेती छोड़कर ऐसी फसलों का चुनाव करते हैं जिनसे उन्हें अच्छा उत्पादन मिलने के साथ ही कमाई भी अच्छी हो. देश में मॉनसून की एंट्री के साथ हि किसानों ने बारिश के मौसम में उगाई जाने वाली फसलों की खेती शुरू कर दी है. बरसात के दिनों में किसान कई तरह की सब्जियां, फूल और फल की खेती कर सकते हैं जो अच्छी आमदनी दिलाने में भी मदद करती है. ऐसी ही एक फसल है टमाटर की फसल , जिसकी खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है. टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसकी मांग सालभर बनी रहती है इसलिए किसान इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं और बाजार में भी उन्हें अपनी फसल का अच्छा दाम मिल जाता है.

ऐसे करें खेत की तैयारी

टमाटर की खेती से बेहतर उत्पादन पाने के लिए बेहद जरूरी है कि किसान उन्नत क्वालिटी के बीजों का चुनाव करें. कृषि एक्सपर्ट बताते हैं कि बीज बुवाई से पहले बेहद जरूरी है कि किसान खेत की अच्छे से 3 से 4 बार गहरी जुताई कर लें,ताकि मिट्टी भुरभरी हो जाए और पौधों की जड़ों को फैलने में मदद मिल सके. बता दें कि टमाटर की खेती के लिए सबसे पहले नर्सरी तैयार की जाती है जिसमें चुने गए बीजों को 10 से 15 दिन पहले ही बो दिया जाता है. जब खेत की मिट्टी तैयार हो जाए तो उसमें थोड़ी ऊंचाई पर मेड़ लगाकर उचित दूरी पर नर्सरी से लाकर पौधे लगा दें. खेतों में मेड़ बनाने से जलभराव नहीं होता है और पानी आसानी से निकल जाता है.

सही देखभाल है जरूरी

वैसे तो टमाटर की फसल को ज्यादा देखभाल की जरुरत नहीं होती है. लेकिन फिर भी कुछ बातों का खयाल रखना बहुत जरुरी है. आमतौर पर देखा गया है कि फलों के वजन से टमाटर के पौधे झुकने लगते हैं . ऐसे में पौधों को सीधा बढ़ने के लिए धागे या रिबन की मदद से बांधने की सलाह दी जाती है. दूसरी बात, कीटों से बचाने की लिए समय-समय पर टमाटर के खेत में कीटनाश्क का छिड़काव करें. प्राकृतिक और जैविक कीटनाश्क पर्यावरण के लिए बेहतर होते हैं. अच्छे फसल उत्पादन के लिए उचित सिंचाई की भी जरुरत रहती है लेकिन ज्यादा पानी से पौधों को नुकसान भी हो सकता है इस लिए जलभराव की स्थिति ना होने दें.

मुनाफे का पूरा गणित

टमाटर की फसल बुवाई के लगभग दो महीने के बाद तैयार हो जाती है. ज्यादा मुनाफा सुनिश्चित करने के लिए इसकी कटाई आप कई चरणों में कर सकते हैं. बरसात के मौसम में बाजार में टमाटर की कीमत 40 रुपए से 60 रुपए प्रति किलो ग्राम तक पहु्ंच जाती है, जो इसे एक बेहतर व्यवसाय का विकल्प बनाता है. आपको बता दें कि टमाटर की खेती से कम लागत और कम देखभाल में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. और यही कारण की आजकल टमाटर की खेती ग्रामीण युवाओं की पहली पसंद बन गई है. यह खेती उन्हें आत्मनिर्भर बनने और ग्रामीण अर्थव्यस्था को मजबूत करने का एक बेहतरीन मौका दे रही है.

Published: 17 Jul, 2025 | 10:36 PM