बिहार में अपराधिक घटनाओं पर किसानों पर विवादित बयान देने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बिहार के एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि मई-जून के महीने में ज्यादातर किसानों के पास काम नहीं होता. बारिश के बाद किसान लोग काम में व्यस्त हो जाते हैं और अपराधिक घटनाएं कम हो जाती हैं. इस विवादित बयान को किसान संगठनों ने किसानों की बेइज्जती बताया है और एडीजी से माफी मांगने की मांग की है. उधर, डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और तेजस्वी यादव ने भी एडीजी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
एडीजी गलत बयान के लिए किसानों से माफी मांगें- राष्ट्रीय किसान मंच
किसान संगठन राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि एडीजी का बयान पूरी तरह से गलत है और निंदनीय है. बिहार के क्राइम को पुलिस कंट्रोल नहीं कर पा रही है तो इसके लिए किसान दोषी कैसे हो सकते हैं. उनका सीधा आरोप किसानों पर ही कि किसानों की वजह से अपराध बढ़ते हैं. एडीजी को अपने गलत बयान के लिए किसानों से माफी मांगनी चाहिए.
एग्री इनपुट एसोसिएशन ने एडीजी के बयान की निंदा की
एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अतुल त्रिपाठी ने किसान इंडिया से बातचीत में कहा कि क्राइम के लिए किसानों पर दोष मढ़ना बिल्कुल भी ठीक नहीं है. हम और हमारा संगठन उस अधिकारी की निंदा करते हैं. एडीजी को किसानों से माफी मांगनी चाहिए. ये सरकारी की नाकामी है. उन्होंने कहा कि किसानों ने कोरोना के समय अर्थव्यवस्था को संभाला है. एक संवैधानिक पद पर रहते हुए किसी का इस तरह बयान देना निंदनीय है.
बिहार के एडीजी कुंदन ने क्या कहा-
एएनआई के अनुसार बिहार के एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने पटना में कहा कि हाल ही में पूरे बिहार में काफी हत्याएं हुई हैं. ज्यादातर हत्याएं अप्रैल, मई और जून के महीने में होती हैं. यह सिलसिला तब तक चलता रहता है जब तक बारिश नहीं आ जाती, क्योंकि ज्यादातर किसानों के पास काम नहीं होता. बारिश के बाद किसान समुदाय के लोग व्यस्त हो जाते हैं और घटनाएं कम हो जाती हैं. इसलिए हमने इसी महीने एक नया सेल बनाया है. उस सेल का काम सभी पूर्व शूटरों, कॉन्ट्रैक्ट किलरों का डेटाबेस बनाना और उन पर नजर रखना होगा.
#WATCH | Patna: Bihar ADG (HQ) Kundan Krishnan says, “Recently, a lot of murders have happened in the whole of Bihar. Most murders happen in the months of April, May and June. This continues until the rains come, as most farmers do not have work. After the rains, people in the… pic.twitter.com/b1OsUEWGTr
— ANI (@ANI) July 17, 2025
पूरा मामला समझिए
दरअसल, गुरुवार को पटना के पारस अस्पताल में कैदी चंदन मिश्रा का इलाज चल रहा था, जहां पांच हथियारबंद हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. घटना सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इसके बाद राज्य में पुलिस व्यवस्था और पुलिस की नाकामी सवाल उठ रहे हैं. इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी सक्रिय हुए और बयानबाजी शुरू हुई.
एडीजी को डिप्टी सीएम की फटकार, तेजस्वी ने आड़े हाथों लिया
बिहार के डिप्टी सीएम और कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर सख्त प्रतिक्रिया दी है. डिप्टी सीएम ने कहा कि ‘किसान अपराधी नहीं, अन्नदाता है. वो खुद मेहनत करता है और दूसरों को खिलाता है. किसानों पर इस तरह का आरोप दुर्भाग्यपूर्ण है.’ डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि उन्होंने एडीजी का बयान नहीं सुना, लेकिन यदि ऐसा कहा गया है तो यह अनुचित है.
उधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एडीजी के बयान को बेतुका और पुलिस की नाकामी का परिचायक बताया.