अगेती गेहूं पर गिरने का खतरा, कीट और खरपतवार नियंत्रण के लिए कृषि संस्थान ने जारी की एडवाइजरी
Wheat Farming Guide: राष्ट्रीय गेहूं एवं जौ संस्थान करनाल ने गेहूं किसानों के लिए कृषि एडवाइजरी जारी की है, जिसमें अगेती गेहूं फसल गिरने से बचाने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही खरपतवार और तना छेदक कीट से फसल बचाने के लिए दवाइयां, खाद के छिड़काव का तरीका बताया गया है.
Wheat Farming Tips: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में भी ठंड लगातार बढ़ती जा रही है. ठंड से जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है, ऐसे में गेहूं की फसल के लिए ठंड वरदान साबित हो रही है. किसानों व कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो ठंड जितनी बढ़ेगी, गेहूं की पैदावार उतनी ही अच्छी होगी. लेकिन, अगर हवाओं की गति तेज हुई तो सिंचाई के दौरान फसल गिरने का खतरा है. ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों ने नाइट्रोजन के इस्तेमाल की सलाह दी है. इसके साथ ही फसल ग्रोथ के लिए यूरिया और कीट-खरपतवार प्रबंधन के तरीके भी बताए हैं.
राष्ट्रीय गेहूं एवं जौ संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने इस बार गेहूं की बंपर पैदावार की उम्मीद जताई है. केंद्र सरकार ने इस बार 1140 लाख टन गेहूं उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जिसको लेकर कृषि वैज्ञानिक पूरी तरह आशान्वित हैं. भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान केंद्र करनाल ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि भारत के उत्तर, पूर्व और मध्य इलाकों में बारिश का अनुमान है, आईएमडी से प्राप्त पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले सप्ताह में तापमान सामान्य से नीचे जाने की उम्मीद है.
बेहतर रिजल्ट के लिए सिंचाई से ठीक पहले यूरिया डालें
कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि नाइट्रोजन की खुराक का इस्तेमाल गेहूं की बुआई के 40-45 दिन बाद तक पूरा कर लेना चाहिए. बेहतर परिणाम के लिए सिंचाई से ठीक पहले यूरिया डालें. गेहूं के खेत में संकरी, चौड़ी पत्ती वाले दोनों खरपतवार हों तो पहली सिंचाई से पहले या सिचांई के 10-15 दिन बाद 120-124 लीटर पानी में सल्फोसल्फ्यूरॉन 75 डब्ल्यूजी 13.5 ग्राम, एकड़ या सल्फोसल्फ्यूरॉन, मेटासल्फ्यूरॉन 16 ग्राम, प्रति एकड़ की दर से 125 लीटर पानी में मिलाकर प्रयोग करें.
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तना छेदक समेत अन्य कीटों से बचाव के लिए ये दवा डालें
गेहूं किसान ध्यान दें कि अगर उन्हें पौधे संक्रमित दिखें तो कल्लों को हाथ से चुनने और उन्हें नष्ट करने से तना छेदक कीट का हमला कम हो जाता है. संक्रमण से बचने के लिए नाइट्रोजन उर्वरकों को विभाजित खुराकों में इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर कीट का प्रकोप अधिक हो तो 1000 मिलीलीटर क्विनालफॉस 25 प्रतिशत, इसी को 500 लीटर पानी में प्रति हेक्टेयर मिलाकर छिड़काव करें.
अगेती गेहूं फसल को गिरने से ऐसे बचाएं किसान
अगेती गेहूं की फसल को सिंचाई के दौरान या उसके बाद गिरने से बचाने के लिए विकास नियामकों का उपयोग करें. इसके लिए ग्रोथ रेगुलेटर क्लोरमेक्वाट कलोराइड सीसीसी @0.2%, टेबुकोनाजोल 250 ईसी @ 0.1% वाणिज्यिक उत्पाद खुराक के टैंक मिश्रण के रूप में दो स्प्रे नोड (बुआई के 50-50 दिन बाद) ध्वज पत्ती (बुआई के 75-85 दिन बाद ) करें. कृषि सलाह में कहा गया है कि जिन किसानों ने अगेती गेहूं पर पहला छिड़काव नहीं किया है, वे बुआई के 70- 80 दिन बाद केवल एक ही छिड़काव कर सकते हैं.