PM मत्स्य किसान योजना से मिलेगा 35 फीसदी अनुदान, जानिए कैसे और कहां करना है आवेदन

PM Matsya Yojana:-पीएम मत्स्य किसान समृद्धि योजना से मछली पालकों को मिलेगा बड़ा लाभ. रजिस्ट्रेशन कर पाएं प्रशिक्षण, अनुदान और सरकारी योजनाओं का फायदा. आवेदन करना चाहते हैं? जानिए जरूरी जानकारी.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 24 Sep, 2025 | 04:34 PM

PM Matsya Yojana: अब मछली पालन सिर्फ एक छोटा-मोटा काम नहीं रहा, बल्कि ये अब एक बड़ा व्यवसाय बनता जा रहा है. इसमें अच्छी कमाई के साथ-साथ रोजगार के नए मौके भी पैदा हो रहे हैं. लेकिन आज भी कई मछुआरे और मत्स्य किसान सरकारी योजनाओं से दूर हैं. इन्हें योजनाओं का फायदा नहीं मिल पाता क्योंकि वे असंगठित रहते हैं. इसी को देखते हुए सरकार ने PM मत्स्य किसान समृद्धि योजना शुरू की है, जिसमें मत्स्य किसानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कर योजना का पूरा लाभ मिल सकता है.

अब मछली पालन बनेगा संगठित और फायदे का सौदा

मछली पालन पहले सिर्फ एक पूरक काम माना जाता था, लेकिन अब यह कृषि की तरह एक मुख्य व्यवसाय बनता जा रहा है. खासकर बिहार जैसे राज्यों में यह तेजी से बढ़ रहा है. इस योजना के जरिए छोटे-छोटे मछुआरे, श्रमिक, महिला समूह और मत्स्य किसान संगठन अब संगठित रूप में काम कर सकेंगे. सरकार का उद्देश्य है कि हर मत्स्य किसान की पहचान हो और उसे सरकारी सुविधाओं का सीधा लाभ मिले. यही वजह है कि अब सभी मछुआरों को नेशनल फिशरिज डिजिटल प्लेटफॉर्म (NFDP) पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी कर दिया गया है.

बिहार के मत्स्य किसानों को मिलेगा 35 फिसदी तक अनुदान

PM मत्स्य किसान समृद्धि योजना (PM Matsya Yojana) के तहत पंजीकृत किसानों को सरकार द्वारा 35 फीसदी तक का अनुदान दिया जा रहा है. इसका फायदा मछली पालन से जुड़े छोटे व्यवसायों, स्वयं सहायता समूहों (SHGs), सहकारी समितियों और अन्य संगठनों को भी मिल रहा है. इस योजना के जरिए किसानों को तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण, बीमा और वित्तीय सहायता जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी. इतना ही नहीं, रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों को एक डिजिटल पहचान पत्र भी मिलेगा, जिससे वे अन्य सरकारी योजनाओं से भी जुड़ पाएंगे.

डिजिटल पहचान से मिल रही नई पहचान और भरोसा

अब तक बिहार में 1.39 लाख से अधिक मत्स्य किसानों ने NFDP पर रजिस्ट्रेशन करा लिया है. इससे साफ है कि मछली पालक अब तकनीक को अपना रहे हैं और खुद को संगठित कर रहे हैं. डिजिटल पहचान पत्र मिलने के बाद मछुआरों को बीमा, प्रशिक्षण, अनुदान और मार्केटिंग जैसी कई सुविधाएं मिल रही हैं. इससे उनका जीवनस्तर सुधर रहा है और कमाई के नए रास्ते खुल रहे हैं. सरकार का यह कदम मछली पालन को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल मानी जा रही है.

कैसे करें रजिस्ट्रेशन? जानिए आसान तरीका

PM मत्स्य किसान समृद्धि योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूरी है. इच्छुक किसान या संगठन https://nfdp.dof.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बिल्कुल सरल है और मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे की जा सकती है. अगर किसी को तकनीकी मदद चाहिए, तो वे अपने नजदीकी जिला मत्स्य कार्यालय में जाकर सहायता ले सकते हैं. रजिस्ट्रेशन के बाद सभी जरूरी जानकारियां और योजनाओं का लाभ किसान को ऑनलाइन ही मिल जाएगा.

युवाओं और महिलाओं को मिलेगा बड़ा फायदा

इस योजना से खासकर ग्रामीण इलाकों के युवा और महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं. मछली पालन अब केवल पुरुषों का काम नहीं रह गया है. महिलाएं भी इस क्षेत्र में आगे आ रही हैं और SHGs के जरिए जुड़ रही हैं. रजिस्ट्रेशन के बाद इन्हें प्रशिक्षण, व्यवसाय के लिए लोन, बीमा और मछली पालन के जरूरी उपकरण पर अनुदान मिल रहा है. इससे ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा मिल रहा है और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ रहे हैं.

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