दूध नहीं..धन बरसाती है ये गाय, राजस्थान से निकली किसानों की मुनाफे वाली मशीन

राठी गाय दूध उत्पादन में बेहतरीन और कम खर्च में पालन योग्य देसी नस्ल है, जो किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है.

नोएडा | Updated On: 14 Jun, 2025 | 11:58 PM

आजकल खेती के साथ पशुपालन भी लोगों के लिए कमाई का शानदार तरीका बन गया है. गाय-भैंस पालकर कई लोग अच्छा पैसा कमा रहे हैं, लेकिन सही नस्ल का पता न होने से मेहनत का पूरा फायदा नहीं मिल पाता. अगर आप भी पशुपालन की सोच रहे हैं, तो राठी गाय आपके लिए कमाल की साबित हो सकती है. ये गाय दूध देने में माहिर है और कम खर्च में किसानों का भाग्य चमका सकती है. इस गाय की क्या खासियत है? चलिए जानते हैं.

दूध देने में टॉप क्लास

राठी गाय की सबसे बड़ी खूबी है इसका दूध. ये एक दिन में औसतन 10 से 12 लीटर तक दूध दे सकती है. इसकी सबसे खास बात यह है कि एक बार बछड़ा देने के बाद ये औसतन 1500 से 2800 किलो दूध देती है, जो एक से डेढ़ साल तक चलता है. इसे पालना आसान है, क्योंकि ये हर मौसम में बिना परेशानी के रह लेती है. वहीं खाने-पीने में ज्यादा नखरे नहीं करती, जिससे पशुपालकों का खर्च भी कम रहता है. राठी गाय न सिर्फ दूध का खजाना है, बल्कि ये मेहनती किसानों के लिए वरदान भी है. अगर आप कम लागत में ज्यादा मुनाफा चाहते हैं, तो इस गाय को चुनकर अपने सपनों को सच कर सकते हैं.

दिखने में भी बिंदास है राठी

राठी गाय हमारी देसी नस्ल की है, जिसे राजस्थान में लोग ‘कामधेनु’ कहते हैं. इसकी शक्ल-सूरत भी खास है. इसका शरीर ज्यादातर सफेद होता है, जिसमें काले या भूरे धब्बे दिखते हैं. इन नस्ल के पेट और पैरों का रंग बाकी हिस्सों से थोड़ा अलग होता है. इसका चेहरा चौड़ा, पूंछ लंबी और त्वचा नरम-लचीली होती है. वहीं सींग छोटे या मझोले होते हैं, जो ऊपर की ओर उठे और अंदर मुड़े रहते हैं. इसकी लंबाई करीब 115 सेंटीमीटर और वजन लगभग 280 से 300 किलो तक होता है.

एक गाय की कीमत 40 हजार से 60 हजार रुपये

ये गाय खासतौर पर राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर और जैसलमेर में ज्यादा पाई जाती है. गुजरात और दूसरे कई राज्यों में भी लोग इसे पाल रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं. पशु एक्सपर्ट डॉ. इंद्रजीत वर्मा अनुसार, बाजार में राठी गाय 40 हजार से 60 हजार रुपये तक में आसानी से बिक जाती है. जो कि छोटे किसानों से लेकर बड़े पशुपालकों तक, सबके लिए फायदे का सौदा है.

Published: 15 Jun, 2025 | 06:45 AM