गर्मी में दुधारू पशुओं को पानी की कमी से बचाना जरूरी, पशुपालन विभाग की एडवाइजरी

पशुपालन विशेषज्ञ कुंवर घनश्याम ने बताया कि बढ़ते तापमान से पशुओं को समय पर और सही मात्रा में पानी की खुराक देना जरूरी है. खासकर दुधारू पशुओं पर गर्मी का असर तेज और ज्यादा होता है.

रिजवान नूर खान
Noida | Updated On: 28 Mar, 2025 | 03:55 PM

गर्मी में दुधारू पशुओं को पानी की कमी से बचाना बहुत जरूरी है. क्योंकि, डिहाइड्रेट होने की स्थिति में पशु के दूध उत्पादन मात्रा में गिरावट के रूप में देखने को मिल सकता है. गौतमबुद्धनगर कृषि विज्ञान केंद्र के पशुपालन विशेषज्ञ कुंवर घनश्याम ने किसान इंडिया को बताया कि बढ़ते तापमान से पशुओं को बचाने के लिए उन्हें समय पर और सही मात्रा में पानी की खुराक देना जरूरी है. खासकर दुधारू पशुओं पर गर्मी में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. उन्होंने पशुपालकों को सलाह दी है कि वे चारे में पानी की मात्रा को बढ़ा दें.

गर्मी से चारा खराब होने का खतरा

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार गर्मी बढ़ती जा रही है और तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब, बिहार समेत कई राज्यों में आगामी कुछ दिनों में तापमान में तेज बढ़ोत्तरी की आशंका जताई गई है. गर्मी से पशुओं में पानी की कमी होने का खतरा बना रहता है. इससे पशु को बचाना बहुत जरूरी है. मौसम विभाग के अनुसार बढ़ते तापमान के चलते पशुओं के चारे को खराब होने से बचाना जरूरी है. वहीं, पशुओं को छायादार इलाके में रखना जरूरी है. खासकर दुधारू और कमजोर पशुओं का ध्यान ज्यादा रखना होगा.

पशुपालन एवं डेयरी विभाग की एडवाइजरी

मौजूदा तापमान स्थिति को देखते हुए मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए पशुओं में पानी की कमी पहचान करने और तुरंत पानी की मात्रा बढ़ाने की सलाह दी है. ताकि, पशुओं को गर्मी में बीमार होने से बचाया जा सके. विभाग के अनुसार किसान अपने पशुओं को दोपहर के वक्त बाहर न निकालें. छायादार और हवादार जगहों पर पशुओं को रखा जाए.

कैसे पहचानें पशु में पानी की कमी है

पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने किसानों को सचेत करते हुए कहा है गर्म मौसम में लापरवाही बरतना आपके पशुओं पर भारी पड़ सकता है. सतर्क रहें और पानी की कमी के लक्षणों में पशुओं की आंखे धंसी दिखती हैं. दूध उत्पादन की मात्रा घट जाती है. इसके अलावा पशु में पानी की कमी होने पर उसकी नाक सूख जाती है.

पानी कम होने पर क्या करें पशुपालक

पशुपालकों को सलाह दी गई है कि वह पशु में पानी कम होने के लक्षणों का पता लगते ही उन्हें पानी की मात्रा बढ़ाकर देना शुरू कर दें. इसके अलावा पशु को गुड़ मिलाकर पानी दे सकते हैं. इससे पानी का स्वाद उन्हें अच्छा लगता है और वे पानी अच्छे से पी लेते हैं. विभाग के अनुसार ऐसी स्थिति में पशुओं की सानी में पानी की मात्रा को बढ़ा दें. अपने पशुओं को स्वस्थ और उत्पादक बनाए रखने के लिए स्वच्छ और ताजा पानी पिलाएं. रोजाना पशुओं को नहलाना भी शुरू कर दें.

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Published: 27 Mar, 2025 | 03:31 PM

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