बारिश के मौसम में मछली पालन में बरतें सावधानी, वरना हो सकता है भारी नुकसान

बरसात के मौसम में तालाब के पानी का रंग अगर काला दिखने लगे, तो इसे नजरअंदाज करना भारी नुकसान का कारण बन सकता है.

नोएडा | Updated On: 31 Jul, 2025 | 05:30 PM

मछली पालन आज के समय में किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय बन चुका है. लेकिन बरसात के मौसम में मछली पालन चुनौतीपूर्ण हो जाता है. अक्सर देखा गया है कि लगातार बारिश के कारण तालाब के पानी का रंग काला पड़ने लगता है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति मछलियों के जीवन के लिए खतरा बन सकती है. इसलिए मछली पालकों को ऐसे समय में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. एक्सपर्ट के अनुसार, बदलते मौसम और तालाब के अंदर गंदगी या जैविक असंतुलन के कारण पानी का रंग काला हो सकता है, जिससे ऑक्सीजन की कमी और मछलियों की मृत्यु की संभावना बढ़ जाती है.

तालाब के पानी का काला होना – खतरे की चेतावनी

बरसात के मौसम में तालाब के पानी का रंग अगर काला दिखने लगे, तो इसे नजरअंदाज करना भारी नुकसान का कारण बन सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार यह संकेत है कि तालाब के अंदर पानी की गुणवत्ता खराब हो चुकी है और ऑक्सीजन की मात्रा में गिरावट आई है. इससे मछलियों को सांस लेने में कठिनाई होती है और उनका जीवन संकट में पड़ सकता है.

काले पानी के पीछे के कारण

तालाब में पानी का रंग बदलने के कई कारण हो सकते हैं-

समय रहते उठाएं ये कदम

मछली पालक किसान इन उपायों को अपनाकर नुकसान से बच सकते हैं-

समझदारी ही है असली लाभ की कुंजी

मछली पालन में सफल होने के लिए किसानों को सिर्फ उत्पादन ही नहीं, बल्कि मौसम के अनुसार प्रबंधन भी समझदारी से करना होगा. खासकर बारिश के मौसम में तालाब की देखरेख और पानी की स्थिति पर विशेष ध्यान देना जरूरी है. समय रहते सही कदम उठाने से मछली पालक बड़े नुकसान से बच सकते हैं और उत्पादन में लगातार वृद्धि कर सकते हैं.

Published: 31 Jul, 2025 | 05:11 PM

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