Buffalo Farming : अगर आप खेती करते हैं या पशुपालन से जुड़े हैं और सोच रहे हैं कि आमदनी कैसे बढ़ाई जाए, तो यह खबर आपके बहुत काम की है. आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी भैंस की, जिसे ‘काला सोना’ कहा जाता है- मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo). यह भैंस सिर्फ दूध नहीं देती, बल्कि पशुपालकों की किस्मत बदल देती है. इसकी देखभाल आसान है, दूध ज्यादा देती है और कम समय में अच्छी कमाई करवाती है. आइए जानते हैं मुर्रा भैंस से जुड़ी खास बातें जो आपको लखपति बना सकती हैं.
मुर्रा भैंस क्यों है खास?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुर्रा भैंस देश की सबसे अच्छी दूध देने वाली भैंसों में से एक मानी जाती है. यह भैंस देखने में काले रंग की, मजबूत शरीर वाली और दिखने में शानदार होती है. हरियाणा, पंजाब, यूपी और अब देश के कई हिस्सों में इसके पालन को बढ़ावा मिल रहा है. इसकी लंबाई, वजन और दूध देने की क्षमता इसे दूसरी भैंसों से अलग बनाती है. यही कारण है कि लोग इसे काला सोना कहकर बुलाते हैं.
कितना दूध देती है मुर्रा भैंस?
अगर कमाई की बात करें तो मुर्रा भैंस दूध उत्पादन में सबसे आगे मानी जाती है. यह भैंस रोजाना औसतन 15 से 20 लीटर दूध देती है, जबकि कुछ मुर्रा भैंसें 30 से 35 लीटर तक भी दूध दे देती हैं. एक ब्यांत (दूध देने की अवधि) में यह करीब 4,000 से 5,500 किलो तक दूध देती है. मुर्रा भैंस के दूध में 7 फीसदी या उससे अधिक फैट होता है, जिससे डेयरी कंपनियां इसे ज्यादा पसंद करती हैं. इसकी वजह से पशुपालक हर महीने हजारों रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं.
कितनी होती है मुर्रा भैंस की कीमत?
अगर आप मुर्रा भैंस खरीदने का सोच रहे हैं, तो जान लें कि इसकी कीमत इसकी क्वालिटी के हिसाब से बिल्कुल सही है. एक अच्छी मुर्रा भैंस की कीमत करीब 70,000 रुपये से शुरू होकर 1 लाख रुपये या उससे भी ज्यादा हो सकती है. इसकी खास नस्ल की वजह से इसके बछड़े और सीमन की भी देश-विदेश में काफी मांग है. कई पशुपालक तो सिर्फ मुर्रा भैंस का सीमन बेचकर ही लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं. यानी दूध के अलावा भी इस भैंस से कमाई के कई रास्ते खुलते हैं, जो इसे एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट बनाते हैं.
रख-रखाव कितना आसान है?
अक्सर लोग मानते हैं कि ज्यादा दूध देने वाले पशुओं की देखभाल कठिन होती है, लेकिन मुर्रा भैंस के मामले में ऐसा नहीं है. यह भैंस हर मौसम में खुद को आसानी से ढाल लेती है, चाहे तेज गर्मी हो या ठंडी. मुर्रा भैंस को शांत और साफ-सुथरा माहौल पसंद होता है, इसलिए शोर-शराबे से दूर रखना फायदेमंद होता है. अगर उसे हवादार जगह मिले और खाना-पानी का सही ध्यान रखा जाए, तो यह कई सालों तक लगातार अच्छी मात्रा में दूध देती रहती है. इसलिए इसकी देखभाल आसान और कम खर्चीली भी होती है.
देश-विदेश में डिमांड
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आज मुर्रा भैंस की मांग भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी लगातार बढ़ रही है. बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका और यूएई जैसे देशों में इसके बछड़े और सीमन बड़ी मात्रा में भेजे जा रहे हैं. भारत सरकार और कई राज्य सरकारें भी मुर्रा भैंस पालन को प्रोत्साहित कर रही हैं, जिससे पशुपालकों को आर्थिक मदद और ट्रेनिंग मिल रही है. इसके अलावा, कई बड़ी डेयरी कंपनियां सीधे किसानों से मुर्रा भैंस का दूध खरीदने के लिए संपर्क कर रही हैं. इससे साफ है कि मुर्रा भैंस सिर्फ दूध नहीं, बल्कि मुनाफे की गारंटी भी बन चुकी है.
कैसे शुरू करें मुर्रा भैंस पालन?
अगर आप भी मुर्रा भैंस पालन से अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. सबसे पहले, शुरुआत छोटे स्तर पर करें– 1 या 2 भैंसों से शुरू करें ताकि अनुभव भी हो और जोखिम कम रहे. इसके बाद, सरकारी योजनाओं और सब्सिडी की जानकारी जरूर लें, जिससे शुरुआती खर्च में राहत मिल सके. नजदीकी पशु चिकित्सक से समय–समय पर सलाह लेते रहें ताकि भैंसें बीमार न हों. साथ ही, दूध बेचने के लिए पहले से मार्केट तय करें– जैसे डेयरी, मिठाई की दुकानें या ऑनलाइन बिक्री का तरीका अपनाएं.