अगर आप कम खर्च में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो बत्तख पालन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. लेकिन ध्यान रखें कि बत्तख पालना आसान जरूर है, मगर इसमें लापरवाही भारी नुकसान करा सकती है. गलत जगह चुनना, शेड में कमी या खाना देने में गलती, इन सबका असर सीधे आपकी कमाई पर पड़ता है. इसलिए बत्तख पालन शुरू करने से पहले जान लीजिए ये जरूरी बातें.
जगह का चुनाव जरूरी
बत्तख एक जलीय पक्षी है, जिसे स्वस्थ रहने और ठीक से बढ़ने के लिए पानी की जरूरत हमेशा बनी रहती है. इसलिए अगर आप बत्तख पालन करना चाहते हैं तो सबसे पहले जगह का सही चुनाव करें. गांव के तालाब, नहरों के किनारे या धान और मक्के के खेतों वाले इलाके बत्तख पालन के लिए सबसे सही माने जाते हैं. यहां न सिर्फ पानी आसानी से मिल जाता है, बल्कि बत्तखों को घूमने और चारा तलाशने के लिए भी पर्याप्त जगह मिलती है.
इसके अलावा, बत्तखों को नम और हल्की गर्म जलवायु पसंद होती है. बतख पालक बताते हैं कि इनके लिए 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे उपयुक्त माना जाता है. वहीं, ज्यादा सर्दी या ज्यादा गर्मी बत्तखों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है. इसलिए जहां सालभर हल्की गर्मी और पानी की सुविधा हो, वही इलाका बत्तख पालन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.
साथ ही ध्यान रखें कि जहां आप बत्तख पालन करने जा रहे हैं वहां ज्यादा शोर-शराबा न हो. बत्तखें शांत वातावरण में बेहतर तरीके से बढ़ती हैं और अंडे भी अच्छी संख्या में देती हैं. अगर पास ही तालाब हो, खेत हों और शांति बनी रहे तो बत्तख पालन से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.
शेड सही बनाया तो बत्तखें रहेंगी स्वस्थ
जानकारों की माने तो बत्तख के रहने की जगह साफ-सुथरी और ऊंची होनी चाहिए ताकि बारिश या नमी से बचाव हो सके. शेड बनाते समय ध्यान दें कि इसे इस तरह बनाएं कि उसमें हल्की धूप और ताजी हवा आती रहे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बत्तख पालन के लिए शेड पूर्व-पश्चिम दिशा में लंबा और उत्तर-दक्षिण दिशा में चौड़ा होना चाहिए. साथ ही एक शेड से दूसरे शेड की दूरी कम से कम 20 फीट होनी जरूरी है, ताकि बीमारी या बदबू एक जगह से दूसरी जगह न फैले.
तालाब या खेत के पास रखें शेड
बत्तखों को तैरना पसंद होता है और उनकी सेहत के लिए यह जरूरी भी है. इसलिए शेड ऐसी जगह पर बनाएं जहां पास में तालाब, नाला या धान का खेत हो. अगर बत्तखों को पानी में जाने का मौका नहीं मिलेगा तो उनका वजन घट सकता है और अंडा उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है.
बत्तख को खाना देते समय न करें ये गलती
बत्तखों को सूखा खाना कभी न दें, क्योंकि वह उनके गले में फंस सकता है और जान भी जा सकती है. ध्यान दें कि खाना हमेशा थोड़ा गीला होना चाहिए. बत्तख को चावल, मक्का, गेहूं का चोकर, घोंघे, और छोटी मछलियां खाना पसंद करती हैं.