गाय-भैंस को खिलाएं खास चॉकलेट! दूध बढ़ेगा और सेहत रहेगी जबरदस्त, खर्च भी कम होगा

पशुओं के लिए बनी खास चॉकलेट में जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो गाय-भैंस की सेहत सुधारते हैं और दूध उत्पादन में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी करते हैं. ये चॉकलेट पाचन ठीक रखती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है.

Kisan India
नोएडा | Published: 31 Aug, 2025 | 02:07 PM

अब दूध देने वाले पशुओं को एक खास तरह की “पशु चॉकलेट” खिलाई जा रही है, जो न सिर्फ उनकी सेहत को सुधारती है, बल्कि दूध की मात्रा और गुणवत्ता में भी जबरदस्त बढ़ोतरी करती है. यह चॉकलेट इंसानों के खाने वाली नहीं, बल्कि खासतौर पर पशुओं के लिए तैयार की गई है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस चॉकलेट में कई जरूरी पोषक तत्व मिलाए गए हैं जो पशु के शरीर में प्रोटीन, मिनरल्स और ऊर्जा की कमी को पूरा करते हैं.

क्या है इस चॉकलेट में खास?

यह पशु चॉकलेट गेहूं के चोकर, सरसों की खल, खनिज पदार्थ जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, और नमक जैसे तत्वों से तैयार की जाती है. इसे इस तरह से बनाया गया है कि गाय-भैंस आसानी से खा सकें और उनका पाचन तंत्र प्रभावित न हो. विशेषज्ञ बताते हैं कि जब पशु का पाचन सही रहता है, तो वह चारा ठीक से खाता है और पोषण अच्छे से शरीर में पहुंचता है. इसका सीधा असर दूध पर होता है.

दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों में बढ़ोतरी

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जिन पशुओं को रोजाना यह चॉकलेट खिलाई गई, उनके दूध में करीब 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई भैंस पहले 6 लीटर दूध देती थी, तो चॉकलेट खिलाने के बाद वह 7 से 8 लीटर दूध देने लगी. यही नहीं, प्रजनन क्षमता में भी सुधार हुआ है. बच्चा होने के बाद गाय-भैंस जल्दी स्वस्थ हो जाती हैं और फिर से गर्भधारण करने में सक्षम हो जाती हैं.

रोग प्रतिरोधक क्षमता भी होती है मजबूत

इस चॉकलेट के पोषक तत्व सिर्फ दूध ही नहीं बढ़ाते, बल्कि पशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करते हैं. पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं, थकावट और कमजोरी दूर होती है और पशु ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं. इससे उन्हें बार-बार बीमार होने से बचाया जा सकता है.

सस्ता और असरदार उपाय है यह चॉकलेट

पशुपालक अक्सर सोचते हैं कि हरा या सूखा चारा ही काफी है, लेकिन असल में उसमें सभी जरूरी पोषक तत्व नहीं होते. यही वजह है कि दूध की मात्रा घट जाती है और पशु कमजोर हो जाते हैं. ऐसे में यह पोषक चॉकलेट एक सस्ता और असरदार उपाय है, जिससे दूध भी बढ़ेगा और पशु स्वस्थ भी रहेंगे. इस चॉकलेट को दिन में एक या दो बार थोड़ी मात्रा में देना चाहिए. शुरू में कम मात्रा से शुरुआत करें और फिर धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ाएं.

दुनिया भर में हो रहा है उपयोग, भारत में भी बढ़ी लोकप्रियता

दुनिया के कई देशों में बेकरी प्रोडक्ट्स या बची हुई खाद्य सामग्री को भी पशुओं के आहार में शामिल किया जाता है. इससे दूध उत्पादन तो बढ़ता ही है, साथ ही पर्यावरण को भी फायदा होता है. भारत में भी अब यह प्रयोग तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और कई किसान इसका फायदा उठा रहे हैं.

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