फिशिंग से पहले जरूरी है सरकारी लाइसेंस! जानिए भारत और विदेशों में इजाजत लेने की प्रक्रिया

अगर आप मछली पकड़ने (फिशिंग) का शौक रखते हैं तो भारत ही नहीं, विदेशों में भी इसके लिए लाइसेंस लेना जरूरी होता है. इसके लिए कुछ जरूरी शर्तें होती हैं. जिन्हें पूरा करने के बाद ही आप कानूनी रूप से फिशिंग कर सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 15 Jul, 2025 | 10:36 PM

अगर आप फिशिंग के शौकीन हैं और सोचते हैं कि बस बोट उठाई, कांटा डाला और मछली पकड़ ली तो रुकिए! चाहे भारत हो या अमेरिका, मछली पकड़ने से पहले लाइसेंस लेना जरूरी है. बिना इजाजत फिशिंग करना कई जगहों पर कानून का उल्लंघन माना जाता है. हर राज्य या देश का अपना नियम होता है. ऐसे में जरूरी है कि आप पहले यह जान लें कि फिशिंग के लिए परमिशन कैसे और कहां से लेनी होती है.

भारत में कैसे मिलेगी फिशिंग की इजाजत

भारत में फिशिंग के लिए लाइसेंस राज्यों के फिशरीज विभाग द्वारा जारी किया जाता है. हर राज्य का अपना पोर्टल या आवेदन प्रक्रिया होती है. आपको संबंधित विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है और जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होते हैं.

मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप समुद्री क्षेत्र (जैसे अंडमान या लक्षद्वीप) में मछली पकड़ना चाहते हैं और आप विदेशी नागरिक हैं तो इसके लिए आपको गृह मंत्रालय, नई दिल्ली या राज्य सरकार के किसी अधिकृत अधिकारी से अनुमति लेनी होगी. इतना ही नहीं कुछ राज्यों में मछली पकड़ने की सीमा, मात्रा और समय पर भी नियम लागू होते हैं, जिनका पालन जरूरी होता है.

विदेशों में कैसे मिलेगी फिशिंग की परमीशन

अमेरिका जैसे देशों में फिशिंग का नियम आसान और तकनीकी रूप से मजबूत है. वहां का मत्स्य और वन्यजीव विभाग (Department of Fish and Wildlife) फिशिंग लाइसेंस जारी करने के लिए जिम्मेदार होता है. आप उनकी वेबसाइट पर जाकर नाम, उम्र, राज्य और जिस दिन आप फिशिंग करना चाहते हैं, वो तारीख दर्ज करते हैं. इसके बाद एक मामूली सी फीस देकर आप तुरंत अपना लाइसेंस ईमेल पर प्राप्त कर सकते हैं.

इस लाइसेंस का प्रिंट आउट निकालकर आप कानूनी रूप से फिशिंग कर सकते हैं. इसके अलावा, कुछ राज्यों में 16 साल से कम उम्र के बच्चों को फिशिंग के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं होती, लेकिन यह नियम हर राज्य में अलग हो सकता है. इसलिए फिशिंग से पहले अपने राज्य का नियम जरूर जांच लें.

हर राज्य के लिए अलग लाइसेंस जरूरी

भारत और विदेशों में फिशिंग लाइसेंस लोकल यानी राज्य स्तर पर दिए जाते हैं. इसका मतलब यह है कि अगर आप उत्तराखंड में फिशिंग कर रहे हैं और फिर गोवा जाना चाहते हैं तो आपको दोनों राज्यों से अलग-अलग लाइसेंस लेना होगा. एक राज्य का लाइसेंस दूसरे राज्य में मान्य नहीं होता.

कितने समय के लिए वैध होता है लाइसेंस?

फिशिंग लाइसेंस की वैधता अलग-अलग होती है. कई जगहों पर यह एक दिन, एक सप्ताह, एक महीने या 10 साल तक के लिए होता है. आप अपनी जरूरत के अनुसार इसकी वैधता चुन सकते हैं. कई राज्य बच्चों के लिए अलग श्रेणी में फ्री या सस्ती लाइसेंस भी देते हैं.

Published: 16 Jul, 2025 | 06:45 AM